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मकर संक्रांति पर हरिपुरधार के मां भंगायनी में 5 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने नवाया शीश

By Sandhya Kashyap

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Summary

 गिरिपार क्षेत्र के मंदिरों में उमड़ा आस्था का सैलाब नाहन : हरिपुरधार के मां भंगायनी में  मकर सक्रांति पर 5 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने शीश नवाया। प्रदेश के अलावा दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ व पंजाब आदि राज्यों से सैकड़ों की  संख्या में  श्रद्धालु हरिपुरधार पहुंचे। हरिपुरधार बाजार में दिनभर वाहनों की भारी ...

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 गिरिपार क्षेत्र के मंदिरों में उमड़ा आस्था का सैलाब

नाहन : हरिपुरधार के मां भंगायनी में  मकर सक्रांति पर 5 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने शीश नवाया। प्रदेश के अलावा दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ व पंजाब आदि राज्यों से सैकड़ों की  संख्या में  श्रद्धालु हरिपुरधार पहुंचे। हरिपुरधार बाजार में दिनभर वाहनों की भारी भीड़ रही जिसके कारण लोगो को आवाजाही में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। क्षेत्र में मनाया जाने वाला सबसे बड़ा पर्व पौष त्योहार एक दिन पहले ही शनिवार को सम्पन्न हुआ है। क्षेत्र के जो लोग देश विदेश व प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में नौकरी व अन्य कार्य करते है इस त्योहार को मनाने के लिए वह सभी लोग अपने घर आए थे।  त्योहार खत्म होने के बाद लोग अपने कुलिष्ठ देवते के दर्शन के लिए अपने गांव के मंदिरों में पहुंचे। अधिकतर लोग नौकरी व अन्य पेशे के सिलसिले में 6 महीने व एक वर्ष तक गांव से बाहर रहते है। लंबे समय बाद जब वह लोग घर आते है तो अपने कुलीष्ठ देवते की पूजा अर्चना जरूर करते है। इसलिए मकर संक्रांति के पावन अवसर पर गांव के मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है।

द्रवित, गेलियो व नैनीधार में भी उमड़ी भीड़

गिरिपार क्षेत्र के द्रबील में महासू मंदिर, नैनीधार के शिव मंदिर, बड़ोल के बिजाई माता मंदिर, पंजाह के कुचियाट मंदिर, गेलियों व रनवा गांव के शिरगुल मंदिरो के अलावा गिरिपार क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। वर्ष में दो बार ही संक्रांति पर क्षेत्र के मंदिरों में भारी भीड़ जुटती है। सबसे अधिक भीड़ मकर संक्रांति पर जुटती है जबकि वैशाखी की संक्रांति पर भी क्षेत्र के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटती है।