हमीरपुर : एनआईटी हमीरपुर प्रबंधन ने अनुशासनहीनता और नशे के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मंगलवार को एक छात्रा समेत आठ और प्रशिक्षुओं को एक साल के लिए छात्रावास से निकाल दिया है। बोर्ड ऑफ डिसिप्लिन (बीओडी) के फैसले पर प्रबंधन ने मुहर लगाई है। आर्किटेक्चर विभाग की एक छात्रा और बीटेक के पांच प्रशिक्षुओं ने बीते 4 नवंबर को शराब का सेवन करने के बाद संस्थान परिसर में प्रवेश किया था।
संस्थान के अधिकारियों ने उन्हें मुख्य गेट पर ही पकड़ लिया था। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर मेडिकल करवाया। रिपोर्ट में शराब की पुष्टि होने के बाद संस्थान ने इन्हें 7 नवंबर को बीओडी के समक्ष तलब कर इनका पक्ष सुना। इस दौरान बीटेक के दो अन्य छात्रों को भी, जो छात्रावास नियमों की अवहेलना के दोषी पाए गए थे, उन्हें भी बुलाया गया।
इन सभी आठ प्रशिक्षुओं के जवाब संतोषजनक न मिलने पर संस्थान ने आठों को छात्रावास से एक साल के लिए बाहर कर दिया है। इन पर 10-10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। जिन प्रशिक्षुओं पर कार्रवाई हुई है, उनमें बीटेक दोहरी डिग्री के 3, बीटेक तृतीय वर्ष के 3, बीआर्क की एक छात्रा, एमआर्क का एक छात्र शामिल है।
एनआईटी हमीरपुर के निदेशक प्रो. एचएम सूर्यवंशी ने बताया कि एमटेक प्रथम वर्ष के छात्र सूजल शर्मा की 23 अक्तूबर को हुई संदिग्ध मौत और एनडीपीएस एक्ट मामले में नामजद बीटेक के दो छात्रों वर्णित वर्मा और वरुण शर्मा ने अपना पक्ष बीओडी के समक्ष रखा है। बीओडी ने दोनों का पक्ष जानने के बाद फाइल संस्थान प्रशासन को भेज दी है। प्रशासन इसी सप्ताह फैसला सुना सकता है।