NH 707 इस बरसात में तीसरी बार पड़ा बंद
शिलाई : NH 707 पर उतरी के समीप मानव निर्मित आपदा से शिलाई की दर्जनों पंचायत का संपर्क टूट गया है। NH 707 पर चल रहे निर्माण कार्य के दौरान पहाडों में लागए गए अंडर कट से बरसात में पहाड़ी दरकने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। सड़क पर आई बड़ी-बड़ी चट्टानो से जहाँ यातायात पूरी तरह ठप है, वहीं लोग जान जोखिम में डालकर सड़क पार करने को मजबूर है।
जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग 707 फेस तीन का कार्य कर रही HES इंफ्रा कंपनी की सबलेट कम्पनी रुदनव इंफ्रा कम्पनी ने सड़क निर्माण के दौरान पहाडों में अंडर कट लगाए है, जिससे बरसात के दौरान महज आधे घंटे की बारिश में दौरान दर्जनों जगह से स्लाइडिंग के कारण मार्ग अवरुद्ध हो जाता है।
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उतरी के समीप मानव निर्मित भूस्खलन से इस बरसात में तीसरी बार NH 707 बंद पड़ गया है। सड़क से ऊपर 500मी तक बड़ी-बड़ी चट्टाने कभी भी खिसक कर बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
कंपनी की इस घटिया कार्यप्रणाली सबसे बड़ा खामियाजा भूस्खलन के समीप बेस लोराह गांव के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। गांव के लिए बनी पेयजल पाइप लाइन, सिचाई कुल, खेतों में लगी फसल व कई बीघा भूमि बार-बार मानव निर्मित आपदा के जद में आ चुकी है।
स्थानीय लोगो ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य कर रही कम्पनी सड़क किनारे पैरापिट बनाने के लिए बरसात के दिनों में भी पहाड़ से पत्थर निकालने का कार्य लगातार जारी है, जिसके चलते पहाड़ का बड़ा हिसा टूटा कर सड़क पर आ गिरा। मार्ग अवरुद्ध होने से अस्पताल जा रहे मरीज और स्कूल जा रही बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
क्षेत्रीय लोगों की माने तो क्षेत्र में रुधनव इन्फ्रा कंपनी का कार्य घटिया है। इस कम्पनी ने सरेआम नियमों को ताक पर रखकर पहाड़ों पर ब्लास्टिंग की है और नदी, नालों सहित लोगों की घासनीयों में जबरदस्ती करके मलबे के ढेर लगा दिए है। पहाड़ों पर मार्ग में आने वाले सभी पेयजल सोर्स को बंद कर दिया गया है। क्षेत्र की हरी भरी वनस्पति को भारी नुकसान पहुंचाया गया है। हजारों बीघा उपजाऊ भूमि पर मार्ग का मलबा फेंका गया है।
बावजूद इसके NH 707 की हालत अभी भी दयनीय बनी हुई। है।एसडीएम शिलाई सुरेन्द्र मोहन ने बताया कि उत्तरी के समीप पहाड़ी का हिस्सा दरकने से मार्ग अवरुद्ध है। लगातार पहाड़ी से गिर रहे पत्थर के चलते मार्ग खोलने में समस्या बनी हुई है। उन्होंने बताया कि बरसात के समय में लोग केवल जरूरी काम से सफर करें तथा आपातकाल के लिए नया, कुहून्ट, गगटोली मार्ग से छोटी गाड़ियों के लिए वैकल्पिक रास्ता खुला है।