NH 707 मामला : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों पर तीन दिन 5 विभागों की जांच टीम ने जब आरजीवी कंपनी के फेज – 2 का कार्य जांचा तो अचंभित हो गई है। हालांकि कंपनी के कर्मचारियों द्वारा क्षेत्रीय लोगों के साथ किए गए दुर्व्यवहार और अनदेखी की बाते सब सामने आई है। जिन्हे जांच टीम ने प्रमुखता से सुनकर उचित कार्यवाही का आश्वासन लोगों को दिया है। आरजीवी कंपनी द्वारा पहुंचाए गए नुकसान की भरपाई करने के भी आदेश कंपनी के कर्मचारियों को दिए गए है।
*शिल्ला के ग्रामीणों ने NGT टीम के सामने रखी आरजीवी कंपनी की मनमर्जी और बेतरतीबी*
NGT द्वारा गठित जांच टीम को शिल्ला गांव के ग्रामीणों ने गुहार लगाते हुए बताया कि आरजीवी कंपनी ने NH 707 पर बेतरतीब तरीके से पहाड़ की कटिंग की है। पहाड़ों पर बड़े-बड़े अंडरकट लगा दिए है। जिसके कारण समूचे क्षेत्र में भूस्खलन हो रहा है। अधिकांश जगह पर आरजीवी कंपनी ने ब्लास्टिंग करके पहाड़ों को तोड़ा है। जिसके कारण कई किलोमीटर तक पहाड़ अपनी जगह से हिल गए है और अब लोगों को डर सता रहा है।
अधिकांश समस्याएं शिल्ला गांव के ग्रामीणों को हो रही है। जहां गांव के अंदर पहाड़ की कटिंग करने से दरारें आ गई है। कई रिहायशी भवन गिरने की कगार पर आ गए है। खेत – खलियान सहित ग्रामीणों की सैकड़ों बीघा उपजाऊ जमीन मार्ग से निकलने वाले मलबे की चपेट में आ गई है। स्कूल, रास्तों सहित आरजीवी कंपनी ने वन विभाग, निजी वनस्पतियों सहित सैकड़ों की संख्या में औषधीय पौधों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। क्षेत्र में पहाड़ों से निकलने वाले नाले, पेयजल स्त्रोत को मलबे में पूर्ण दबा दिया है।
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि कंपनी ने ऐसी जगह मलबे को एकत्रित करके डंपयार्ड बनाए है जहां से उपजाऊ जमीन चपेट में आ रही है और लोगों को घर से बेघर करने का मास्टर प्लान सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के कर्मचारियों सहित कंपनी ने मिलकर तैयार किया है। यहां सभी कायदे कानून को ताक पर रखकर कार्य किया गया है। जिस पर क्षेत्रीय लोगों ने कड़ी कार्यवाही की मांग NGT द्वारा गठित टीम के सामने रखी है।
*NH 707 पर हुई ब्लास्टिंग के कारण पेयजल स्रोत हुए अंतर्ध्यान, जो बचे उन्हें कंपनी ने मलबे से कर दिए बंद, NGT की जांच जारी*
NH 707 पर हेवना से अश्याडी के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण का कार्य आरजीवी कंपनी द्वारा किया जा रहा है। जिसमे कंपनी ने हिमालय के सीने को सरेआम छल्ली करके मार्ग से भारी नुकसान किया है। आरजीवी कंपनी की दबंगई के कारण पिछली बरसात में प्रदेश का सबसे बडा भूस्खलन भी इसी मार्ग पर हुआ था। और दर्जनों जगह कंपनी ने इतनी डेंजर बना दी है। जो किसी भी समय और बड़े भूस्खलन को न्यौता देने वाला है।
कंपनी के द्वारा लगभग दो दर्जन पेयजल स्त्रोत मार्ग के मलबे से बंद किए गए है। और कई पेयजल स्त्रोत ब्लास्टिंग होने की वजह से धरती के अंदर चले गए है। जिससे भविष्य में बड़े स्तर पर क्षेत्र में जल संकट पैदा होने वाला है।
NH 707 : NGT जांच में भ्रष्टाचार का अंधाधुंध चेहरा आया सामने, कंस्ट्रक्शन कंपनी को लगाई फटकार
*1500 करोड़ की लागत से बनने वाला NH 707 मार्ग चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट, NGT टीम के सामने क्षेत्रीय लोगों के आरोप*
NGT द्वारा गठित टीम को क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि लगभग 1500 करोड़ की लागत से बनने वाले मार्ग पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के कर्मचारियों सहित क्षेत्र के कुछ चाटुकार नेता मामले में शामिल है। जिनकी वजह से यहां सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है। टेबल के नीचे कंपनी के साथ सेंटिग की गई है। और कमीशन की पोटली में धन का गमन किया जा रहा है।
करोड़ों रुपए भ्रष्टाचारियों ने अंदर कर लिए है और समस्याएं क्षेत्र की आम जनता को कई सालों तक झेलनी पड़ेगी। मार्ग की हालत दयनीय बनी हुई है। आरजीवी कंपनी द्वारा लगाई गई सुरक्षा दीवारों की नींव बिलकुल कच्ची है। अधिकांश दीवारें पूरा होने से पहले ही गिरने की कगार पर आ गई है। मार्ग पर घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। कहीं पर भी दीवारों की फाउंडेशन नहीं बनाई गई है। और यह सब कार्य सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के कर्मचारियों और अधिकारियों के सामने किया जा रहा है। इसलिए आरजीवी कंपनी के साथ अधिकृत कर्मचारियों पर NGT टीम से कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है।
*NH 707 ग्रीन कॉरिडोर चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के नाक तले सरेआम होती रही बेतरतीबी*
उल्लेखनीय है कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय NH 707 को ग्रीन कॉरिडोर के तौर पर बना रहा है। लेकिन मौका पर कंपनियों की बेतरतीबी ने पहाड़ों पर पहले से बनी ग्रीन वैली को भी नष्ट कर दिया है। यहां वन विभाग सहित अन्य जमीनों को भारी नुकसान कंपनी द्वारा पहुंचाया गया है। दबंगई और बेतरतीबी से मार्ग के मलबे को तितर- बितर करके फेंका गया है। चंद भ्रष्टाचार के सिक्कों के लालच में करोड़ों का नुकसान क्षेत्र में किया गया है। जिसकी भरपाई शायद कोई यहां पूर्ण नहीं कर पाएगा।
हालांकि NGT टीम ने क्षेत्रीय लोगों को कंपनी और अधिकृत कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वासन दिया है। लेकिन यह बात तो समय ही तय कर पाएगा की यहां किस पर कितनी कार्यवाही हुई है। और नुकसान की भरपाई कैसे यहां सरकार करवा पाती है। बहरहाल राष्ट्रीय राजमार्ग 707 की हालत दयनीय बनी हुई है।
*कंपनियों की मनमर्जी और दबंगई से परेशान क्षेत्रीय लोगों को बंधी आस : NGT करेगी सख्त कार्यवाही*
पिछले दो वर्षों से यहां आरजीवी कंपनी की दबंगई व मनमर्जी क्षेत्रीय लोगों को झेलनी पड़ रही है। कई बार सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सहित संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों को लोगों ने शिकायत की है। लेकिन भ्रष्टाचार में लिप्त तन्त्र ने कंपनियों पर कार्यवाही करने से कतराता नजर आया है। लेकिन मामला NGT में जाने के बाद क्षेत्रीय लोगों को उनके अधिकारों के सुरक्षित होने की आस बंधी है।
*NGT द्वारा गठित टीम जल्द सौंपेगी अपनी रिपोर्ट*
तीन दिनों तक NGT टीम ने समूचे NH707 का निरीक्षण करके मार्ग की दयनीय हालत, घटिया सामग्री का इस्तेमाल के साथ वनस्पति और क्षेत्रीय लोगों को हुए भारी नुकसान का आकलन किया है। जिस पर जल्द गठित टीम NGT कार्यालय को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने वाली है। जिसके बाद मामले में अगली कार्यवाही होनी है।