Moosewala murder case: एक अमेरिकी न्यूज वेबसाइट ने दावा किया है कि अमेरिका के फेयरमॉन्ट एंड होल्ट एवेन्यू (fairmont and holt avenue) में 30 अप्रैल की शाम 5 बजकर 25 मिनट पर गोल्डी बराड़ और उसके साथी को गोलियां मारी गई हैं। जिसमे गोल्डी बराड़ की मौत हो गई है।
Moosewala murder case: खबर के मुताबिक गोल्डी बराड़ उस वक्त अपने घर के बाहर खड़ा था इसी दौरान कुछ बदमाशों ने उसपर गोलियां बरसा दीं, जिसके चलते गोल्डी बराड़ की मौत हो गई है। हालांकि जांच एजेंसियों और होम मिनिस्ट्री ने इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं की है। उनका कहना है कि जब तक गोल्डी बराड़ की लाश मिल नहीं जाती और ये पुष्टि नहीं हो जाती कि मरने वाला गोल्डी बराड़ ही है, तब तक कुछ भी कह पाना मुश्किल है। लेकिन अटकलो की मानें तो मरने वाला गोल्डी बराड़ ही है।
Moosewala murder case: गूगल पर सर्च करने पर FOX26NEWS में एक आर्टिकल मिला है जिसमें 30 अप्रैल को फेयरमॉन्ट एंड होल्ट एवेन्यू के शॉ एंड मार्क्स इलाके में दो लोगों पर हुई गोलीबारी की खबर छपी है। इस खबर में बताया गया है कि गोलीबारी के बाद पुलिस को 911 पर इस शूटआउट की खबर मिलती है, जिसके बाद पुलिस मौका-ए-वारदात पर पहुंचती है।
पुलिस को पता चलता है कि जिन दो लोगों को गोली लगी थी, उनमें से एक शख्स को शरीर के नीचे गोलियां लगीं और उसे पुलिस के पहुंचने से पहले ही प्राइवेट व्हीकल में डालकर अस्पताल ले जाया जा चुका होता है। लेकिन पुलिस को दूसरा शख्स वहीं पड़ा मिलता है। पुलिस बिना देरी किए उस शख्स को कम्युनिटी रीजनल मेडिकल सेंटर लेकर जाती है, जहां उसकी हालत काफी क्रिटिकल बताई जाती है। लेकिन अब खबर आ रही है कि उसकी मौत हो गई है। अब इसी खबर के बारे में कहा जा रहा है कि मरने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि गोल्डी बराड़ ही था। हालांकि इस खबर में कहीं भी मरने वाले के नाम और उसकी पहचान की कोई पुष्टि नहीं की गई है।
Moosewala murder case: पिता है पुलिस इस्पेक्टर तो गोल्डी बराड़ क्यों बना गैंगस्टर
Moosewala murder case: गोल्डी बराड़ पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब का रहने वाला था जो 1994 में एक पुलिस इंस्पेक्टर के घर पैदा हुआ और उसका नाम रखा गया सतविंदर सिंह। पिता बेटे को अपनी तरह काबिल बनाना चाहते थे लेकिन गोल्डी ने कोई और ही रास्ता चुन लिया।
असल में गोल्डी का एक चचेरा भाई था जिसका नाम था गुरलाल बराड़, गुरलाल बराड़ “स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिविर्सटी” यानी SOPU का पूर्व अध्यक्ष था और उसे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का काफी खास समझा जाता था। 11 अक्टूबर 2020 को चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एरिया में कुछ बदमाशों द्वारा उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिसके बाद गोल्डी बराड़ ने भी अपराध का रास्ता चुन लिया और अपने भाई के कातिलों का बदला लेने की ठानी।
Moosewala murder case: असल में गुरलाल बराड़ की हत्या कोटकपूरा के एक स्टूडेंट लीडर की हत्या का बदला बताया जाता है। 18 फरवरी 2021 को कांग्रेस के एक यूथ नेता गुरलाल पहलवान को दिन दहाड़े मरवाकर गोल्डी बराड़ ने अपने भाई की मौत का बदला ले लिया जिसमें लॉरेंस बिश्नोई ने उसकी मदद की। जिसके बाद पुलिस और जांच एजेंसियों से बचने के लिए गोल्डी बराड़ कनाडा भाग जाता है, हालांकि इन हत्याओं का सिलसिला जारी रहता है और 7 अगस्त 2021 को एक और स्टूडेंट लीडर रह चुके विक्की मुद्दुखेड़ा की मोहाली में गोलियां मारकर हत्या कर दी जाती है।
Moosewala murder case: अर्श डल्ला और लखबीर के दावे से अटकलों को मिला दम !
इस खबर को इसलिए भी हवा मिल रही है क्योंकि खबरों के मुताबिक गोल्डी बराड़ की हत्या की जिम्मेदारी दो गैंगस्टर्स ने ली है। जिनमें से एक का नाम है अर्श डल्ला और दूसरा है लखबीर। इन दोनों ने दावा किया है उन्होंने गोल्डी की हत्या कर अपना बदला ले लिया है। इन दोनों गैंग्स की दुश्मनी के पीछे की असल वजह थी फेमस सिंगर और रैपर सिद्धू मूसेवाला की हत्या, जिसे गोल्डी बराड़ ने अंजाम दिया था।
Moosewala murder case देशभर में खतरनाक गैंगस्टर के तौर पर मशहूर हुआ गोल्डी
विक्की मुद्दूखेड़ा को गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई का करीबी बताया जाता था। गोल्डी बराड़ ने इस हत्या का बदला लेने की ठानी। उसे शक था कि इस कत्ल में सिद्धू मूसेवाला का भी हाथ है, जिसके चलते 29 मई 2022 को सिद्धू मूसेवाला की हत्या भी करवा दी जाती है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या से पहले तक गोल्डी बराड़ की कोई खास पहचान नहीं थी लेकिन इसके बाद पूरे देश में वो एक खतरनाक गैंगस्टर के तौर पर मशहूर हो गया।
गोल्डी बराड़ ने कनाडा में बैठकर ही पंजाब के बड़े सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या करवा दी थी। कनाडा में गोल्डी बराड़ के अपराधों की बात की जाए तो वो विदेशों में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का दबदबा बढ़ाने का काम करता था। साथ ही पाकिस्तान में अवैध डीलिंग करवाना, मॉडर्न हथियारों की सप्लाई लॉरेंस के लिए ये सारे काम गोल्डी ही देखता था।
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