हल्द्वानी हिंसा को लेकर स्थानीय विधायक ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि हल्द्वानी हिंसा प्रशासनिक अधिकारियों के उतावलेपन का परिणाम हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि जब हाईकोर्ट में मामला चल रहा था तो कार्रवाई करने में जल्दबाजी क्यों की गई।
स्थानीय विधायक का बयान सामने आया
हल्द्वानी हिंसा को लेकर स्थानीय विधायक का बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों के उतावलेपन के कारण ही हल्द्वानी में हिंसा भड़की है। उन्होंने कहा है कि जब 14 फरवरी को कार्रवाई होनी थी तो अधिकारियों मे उतावलापन क्यों दिखाया। क्यों बिना जल्दबाजी के ये कार्रवाई की गई।
मामले की होनी चाहिए जांच
हल्द्वानी हिंसा को लेकर स्थानीय विधायक का कहना है कि अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से बिना बात किए उन्हें कॉन्फिडेंस में लिए ही अतिक्रमण धवस्त करने की कार्रवाई क्यों की ? उन्होंने कहा कि ये अत्यंत दुखद है ऐसा नहीं होना चाहिए था और इस मामले की जांच होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के इतिहास में ये काला दिन है।
हल्द्वानी पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत
हल्द्वानी हिंसा के बाद अब पूर्व सीएम हरीश रावत हल्द्वानी पहुंचे हैं। इसके साथ ही उनके साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और कई कार्यकर्ता और नेता भी मौजूद हैं। हरीश रावत ने कहा कि हल्द्वानी हमारी कमर्शियल राजधानी है और यहां पर ऐसा होना बेहद ही दुखद है। उन्होंने हल्द्वानी की जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस वक्त सभी पक्षों से वो शांति बनाए रखने की अपील करते हैं।