MLA Ajay Solenki का भाजपा पर जुबानी हमला, बोले  जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते

By Sandhya Kashyap

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Ajay Solenki : भाजपा में गुटबाज़ी हावी, अपने ही कुनबे को बचाना पार्टी नेतृत्व के लिए चुनौती

नाहन, 19 अप्रैल : विधायक Ajay Solenki ने प्रदेश भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा में गुटबाज़ी इस कदर हावी हो चुकी है कि अब अपने ही कुनबे को बचाना पार्टी नेतृत्व के लिए चुनौती बन गया है। उन्होंने कहा कि “जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते”, लेकिन भाजपा नेताओं की बयानबाज़ी यह दिखाती है कि वे अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए कांग्रेस और सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।

विधायक Ajay Solenki ने कहा कि भाजपा में नेता प्रतिपक्ष से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री तक, सभी विकास कार्यों में बाधा डालने का प्रयास कर रहे हैं। जिन नेताओं ने प्रदेश को कर्ज़ के दलदल में धकेला, आज वही लोग नैतिकता की बातें कर रहे हैं। चुनावी फायदे के लिए बिना बजट और स्टाफ के स्कूल-कॉलेज खोलने वाले अब नियम-कायदों की दुहाई दे रहे हैं।

Ajay Solenki ने शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद को ‘गायब सांसद’ की उपाधि देते हुए कहा कि वे जनता के ज़रूरी मुद्दों को संसद में नहीं उठाते, बल्कि छोटे-मोटे विषयों को तूल देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सांसद अगर अपने क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए सहयोग चाहते तो कांग्रेस जनप्रतिनिधि स्वयं भी मदद को तैयार रहते।

भाजपा प्रदेश संगठन की हालत पर सवाल उठाते हुए Ajay Solenki ने कहा कि अध्यक्ष स्वयं बौखलाहट में हैं और अपनी ही फजीहत कर रहे हैं। नाहन में भाजपा के पूर्व विधायक ने जनता को केवल झूठे सपने दिखाए, जबकि कांग्रेस सरकार ने हर वादे को धरातल पर उतारा है।

उन्होंने कहा कि डबल इंजन की बात करने वाली भाजपा अपने ही विधायकों के क्षेत्रों में कोई ठोस विजन नहीं दे पाई है। यही वजह है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को बार-बार प्रदेश आकर अपनी पार्टी को समेटने की ज़रूरत पड़ रही है।

अजय सोलंकी ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश में समावेशी विकास, भाईचारे और पारदर्शिता की भावना से कार्य कर रही है। वहीं भाजपा केवल स्वार्थ और अवसरवाद की राजनीति कर रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रदेश में केवल समाज को बाँटने का काम किया है। हाटी समुदाय के मुद्दे पर गुर्जर वर्ग की अनदेखी और गिरीपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जा देने के मुद्दे पर चौपाल क्षेत्र की उपेक्षा इसका बड़ा उदाहरण है।

अंत में, सोलंकी ने भाजपा नेताओं को सलाह दी कि वे अनावश्यक बयानबाज़ी और नकारात्मक राजनीति से बचें और प्रदेश के विकास में सहयोग करें

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