कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन पर दोबारा चंबा सदर से चुनाव लड़ने का दबाव बनना शुरू, विकास कार्य थमने का हवाला देते हुए चुनाव मैदान में उतरने की मांग
चंबा: प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन पर दोबारा चंबा सदर से चुनाव लड़ने का दबाव बनना शुरू हो गया है। शनिवार को चंबा विधानसभा क्षेत्र के 14 पंचायत प्रधानों ने शिमला उनसे मुलाकात की। क्षेत्र में विकास कार्य थमने का हवाला देते हुए उनसे चुनाव मैदान में उतरने की मांग की। महाजन ने कहा कि हाईकमान के फैसले के अनुसार ही वह काम करेंगे। हाईकमान ने चुनाव लड़ने को कहा तो लड़ेंगे। पंचायत प्रधान चमन शर्मा, पवन कुमार, ओंकार, सुनील कुमार, सुरेंद्र सिंह, अनिल कुमार, महेंद्र कुमार, शाम शर्मा, मोहिंद्र कुमार, धर्मेंद्र, रविंद्र कुमार, करतार सिंह, पंकज शर्मा और मनोज कुमार सहित कई अन्य जनप्रतिनिधियों ने शनिवार को हर्ष महाजन से पंथाघाटी स्थित निजी आवास में मुलाकात की। प्रधानों ने कहा कि क्षेत्र में विकास कार्य प्रभावित हो गए हैं।
महाजन को चुनाव मैदान में उतारने के लिए कांग्रेस हाईकमान से दिल्ली जाकर भी मुलाकात करनी पड़ी तो भी जाएंगे। हर्ष महाजन वर्ष 1993 से 2007 तक तीन बार चंबा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं। वर्ष 2007 के बाद से महाजन ने पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह के चुनावों का जिम्मा संभाला है। 1993 में पहली बार विधायक बने महाजन तत्कालीन सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रहे। 1998 में प्रदेश कांग्रेस का चीफ व्हीप चुना गया। 2003 में महाजन कैबिनेट मंत्री बने थे। वर्ष 1986 से 1996 तक महाजन प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं। 2012 में राज्य सहकारी बैंक का चेयरमैन नियुक्त किया गया। हर्ष महाजन वीरभद्र सिंह के सबसे करीबियों में से एक रहे हैं। कांग्रेस के प्रति निष्ठा को देखते हुए हाईकमान ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है।