शिमला : हिमाचल राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन ने मांगों के पूरा नहीं होने पर तीन अगस्त से धरना प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप खरवाड़ा ने बिजली बोर्ड प्रबंधन वर्ग पर यूनियन के साथ मानी हुई मांगों को लागू करने में की जा रही देरी पर नाराजगी जताई है।
उन्होंने कहा कि यूनियन की ओर से प्रबंधन वर्ग को मांगे पूरी करने को बहुत समय दे दिया गया है। लगातार हो रही देरी के कारण कर्मचारियों में आक्रोश पनप रहा है। ऐसे में यूनियन ने स्थगित किए गए आंदोलन को दोबारा शुरू करने का फैसला लिया है। कुलदीप खरवाड़ा ने कहा कि प्रबंधन वर्ग ने यूनियन की मानी गई मांगो को लागू करने के लिए दो बार समय मांगा था।
यूनियन ने इन मांगों को लागू करने के लिए मांगे गए समय से भी ज्यादा समय दिया। इसके बावजूद प्रबंधन वर्ग इन्हें लागू करने में विफल रहा है। आठ जुलाई 2022 को हुई बैठक में जूनियर टीमेट, जूनियर हेल्पर का पदनाम टीमेट और हेल्पर करने पर सहमति बनी थी। इससे बोर्ड पर कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ भी पड़ रहा है लेकिन इस मांग को भी पूरा करने में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन वर्ग के आश्वासन पर यूनियन ने 18 जुलाई से बोर्ड मुख्यालय कुमार हाउस शिमला में निरंतर धरने पर बैठने के फैसले को स्थगित किया था। प्रबंधन वर्ग के उदासीन रवैये को देखते इस फैसले पर पुनर्विचार करते हुए यूनियन अब तीन अगस्त से कुमार हाउस से निरंतर धरना प्रदर्शन करेगी। पहले दिन नादौन इकाई के कर्मचारी धरने पर बैठेंगे।