उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल 25 नवंबर को भगवान श्री हरि को सृष्टि का भार सौंपेंगे ! हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी हरि-हर मिलन धूमधाम से मनाया जाएगा ! उज्जैन में यह परंपरा बरसों से चली आ रही है ! प्रतिवर्ष की जाने वाली परंपरा में हजारों की संख्या में यहां पर हरिहर मिलन देखने श्रद्धालु पहुंचते हैं, जिसमें युवाओं की भीड़ अधिक होती है ! हर साल यहां पर हिंगोट ( पटाखे ) फोड़े जाते हैं ! बहुत से ऐसे युवा आते हैं जो एक दूसरे के ऊपर हिंगोट जलाकर फेकते हैं ! प्रतिवर्ष बहुत से लोग पटाखे से घायल भी हो जाते हैं ! प्रशासन ने इस बार पूर्णत प्रतिबंध लगाया है !
देसी बम’ यानी हिंगोट, हिंगोरियां नाम के जंगली पेड़ का फल होता है, जिसका बाहरी खोल बेहद सख्त होता है ! नुकीले औजारों से फल का गूदा निकाल दिया जाता है ! फिर उसमें बारूद भरा जाता है ! बारूद भरने के हिंगोट को पीली मिट्टी की मदद से बंद कर दिया जाता हैं ! भगवान महाकाल यूं तो वर्षभर समय-समय पर चांदी की पालकी में सवार होकर प्रजा का हाल जानने निकलते हैं, लेकिन यह सभी सवारी दिन में निकलती हैं !
उज्जैन पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्रोन कैमरा का इस्तमाल कर कड़ी निगरानी रखी जा रही !पुलिस बल शहर के हर एरिया में तैनात है और सक्रियता से काम कर रहा है ! उज्जैन शहर की सभी हाई राइस बिल्डिंग्स पर ड्रोन कैमरा से नजर रखी जा रही है ! साथ ही साथ पुलिस बल को भी निगरानी एवं सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है ! यदि कोई भी व्यक्ति या आसामाजिक तत्व शहर में सुरक्षा व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था को भंग करते पाया जाता है तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी !