डेस्क: शहर से बेहद ही हैरान करने वाली घटना सामने आई है। मेडिकल कॉलेज से जुड़े जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज ने बीती रात चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। तीन दिनों से यहां इलाजरत युवक रात को पत्नी से घबराहट होने की बात बोलकर बाहर आया और चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। चौथी मंजिल से जमीन पर गिरने से युवक घायल हो गया। उसको इलाज के लिए फिर से हॉस्पिटल के अंदर लाया गया, जहां उसने ट्रीटमेंट को दौरान दम तोड़ दिया। इस मामले के बाद यहां हड़कंप मच गया।
दरअसल, रामपत पिता अमरलाल सिरसाम (50) सौंसर के सिलोरा निवासी पचास सिरसाम कुछ दिनों पहले अपने गांव में शौच के लिए गया था। नदी किनारे वो गढ्ढे में गिरकर घायल हो गया था। उसे इलाज के लिए शहर के सौंसर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से बेहतर ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर किया। यहां इलाज के दौरान युवक ने आत्महत्या कर ली।
दोपहर में पी ली शराब, रात को उठा और लगा दी छलांग
कोतवाली पुलिस ने बताया कि रामपत यहां अपनी पत्नी कलाबाई के साथ उपचार के लिए पहुंचा था। कुछ दिनों से ट्रीटमेंट ले रहा था। इसी बीच रविवार की दोपहर को उसने शराब पी ली। उसी रात दो से तीन बजे के बीच रामपत ने पत्नी कलाबाई को घबराहट होने की बात कही और रूम से बाहर आ गया। बाहर आते ही वह चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। जिससे वह जमीन पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा लिया है। जबकि प्रकरण में मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।
अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
करोड़ों की लागत से बनाए गए अस्पताल की बिल्डिंग की सुरक्षा भगवान भरोसे है। यहां पर नाम के लिए सिक्योरिटी गार्ड तैनात कर दिए गए हैं। लेकिन वह अक्सर रात के समय गायब हो जाते हैं। यदि रात के समय कोई सिक्योरिटी गार्ड रहता तो शायद इस तरह की घटना नहीं होती और मरीज अस्पताल से कूद नहीं पता। ना उसकी जान जाती।