रणनीति के साथ महिला का किया गया मर्डर, कानून की नजरों से बचने के लिए कन्दरा में छुपाया गया महिला का शव
हिमाचल के कुफोटी गांव से गायब महिला के कंकाल होने की जताई जा रही आशंका, महिला के ससुर व भाई नही कर पाए शनाख्त
दर्शन शर्मा (रोनहाट) हिमाचल:– हिमाचल से 4 किलोमीटर दूर मिनस-क्वाणु मार्ग (उत्तराखण्ड प्रदेश) पर टोंस नदी के समीप बडोट स्थान पर महिला के कंकाल मिलने से हिमाचल व उत्तराखण्ड प्रदेशों में सनसनी फैली हुई है, कंकाल की भेजभूषा व महिला के शरीर पर पहने मिले लीवास, मर्डर मिस्ट्री की तरफ इशारा कर रहे है।
जानकारी के अनुसार सुबह 10 बजे के करीब पशुओं को चुगाने गए स्थानीय व्यक्तियों ने पहाड़ के अंदर बनी कन्दरा में पत्थरों के अंदर ढ़के कंकाल को देखा है जिसकी सूचना हिमाचल व उत्तराखण्ड प्रशासन सहित क्षेत्रीय लोगो को दी गई है सूचना मिलने के बाद प्रशानिक अम्ला मौका पर पहुंचा तथा महिला के कंकाल कब्जे में लेने के बाद अवशेषों को डीएनए रिपोर्ट के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है स्वास्थ्य विभाग उत्तराखण्ड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विकासनगर में कंकाल को रखा गया है।
क्षेत्रीय लोगो की माने तो महिला के साथ पहले कई बार गैंग दुराचार किया गया है फिर बेरहमी से महिला का मर्डर किया गया है शातिरों द्वारा महिला के शव को पहाड़ों में बनी कंदराओं में छुपा दिया गया है मौका पर महिला के कंकाल के साथ महिला के बाल, बदन पर मर्दों वाले कपड़ों के साथ शव को छुपाने के लिए बाहर से पत्थर लगाए गए थे, शव पर टहनियां व पेड़ों के पत्ते डाले गए थे, साइड से मिट्टी खोदकर शव को दबाने की नामुमकिन कोशिशें की गई थी, मौका से महिला की बालियां बरामद हुई है, महिला के कंकाल को लगभग 6 माहं पुराना बताया जा रहा है।
क्यास यह भी लगाए जा रहे है कि हिमाचल प्रदेश के कुफोटी गांव से एक महिला 18 दिन का बच्चा छोड़कर महीनों पहले अचानक गायब हो गई थी जिसकी अभी तक कोई खोजखबर नही मिली है परिजनों ने महिला के गुमशुदा होने का मामला शिलाई थाना में दर्ज करवाया है, इसलिए संशय यह बना हुआ है कि कही, वही महिला का कंकाल न मिला हो, मौका पर महिला के ससुर व भाई को शनाख्त के लिए बुलाया गया था लेकिन कंकाल की दशा अधिक खराब होने के कारण शनाख्त नही हो पाई है, कंकाल को शनाख्त के लिए अगले 72 घटों तक अस्पताल में रखा गया है।
आश्चर्यजनक बात यह है कि अकेली महिला पहाड़ी के बीच बनी कन्दरा में नही पहुँच सकती है जाने का रास्ता पहाड़ी व पथरीला है दूर-दूर तक रिहायशी क्षेत्र भी नही है न ही आसपास के क्षेत्र से कोई महिला गायब हुई है यदि रणनीति के साथ दुराचार व मर्डर किया गया है तो यह दोनों प्रदेशों के लिए बड़े खतरे की सूचना है जिसे दोनो प्रदेशो के प्रशासन व स्थानीय निवासियों को प्रमुखता से लेना होगा। अलबता कानून के हाथ कातिलों से बड़े है कई सबूत जांच कमेटी के हाथ लगे है तथा जल्द दोषियों के गले मे कानून का फंदा पड़ने की उम्मीद बंधी है।
उत्तराखण्ड के चकराता विधानसभा क्षेत्र के लाखामंडल (बुल्लाड) क्षेत्र में कार्यरत राजस्व उपनिरीक्षक प्रभु सिंह चौहान ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि बडोट में महिला के कंकाल मिले है दोनो प्रदेशो की संयुक्त टीमें मामले में जांचकर रही है मौका पर मिले सबूत रणनीति के साथ हुए मर्डर की तरफ इशारा करते है, यह क्षेत्र के लिए अच्छी सूचना नही है, कंकाल की पहचान के लिए अवशेष फोरेंसिक लैब भेजे गए है मामले में जांच जारी है दोषियों को बख्शा नही जाएगा।