बेंगलुरु: कर्नाटक चुनाव में पर्चा खारिज होने के डर से कैंडिडेट ने पहले से ही बैकअप प्लान तैयार कर लिया है। यही वजह है कि कैंडिडेट्स ने अपने साथ-साथ परिवार वालों और रिश्तेदारों का भी नामांकन कराया है। जिससे कि परचा खारिज होने के बाद भी उनके पास इसको लेकर विकल्प मौजूद रहे। ऐसा करने वालों में कांग्रेस के कम से कम तीन दिग्गजों और एक भाजपा मंत्री भी शामिल हैं।
जिन्होंने परिवार के सदस्यों का नामांकन करवाया है। इसमें कांग्रेस के दिग्गज नेता और प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार से लेकर बीजेपी के मंत्री गोपालैया तक का नाम है। बीते गुरुवार यानी कि 20 मार्च को कर्नाटक चुनाव के लिए नामांकन का आखिरी दिन था। जहां नामांकन बंद होने से कुछ घंटे पहले कर्नाटक से एकमात्र कांग्रेस लोकसभा सदस्य डीके सुरेश ने कनकपुरा सीट से पर्चा दाखिल किया। जहां कांग्रेस पार्टी की ओर से सीएम रेस में उनके भाई डीके शिवकुमार चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि ऐसा करने वाले केवल शिवकुमार और सुरेश ही नहीं हैं।
]कांग्रेस के पूर्व मंत्री केजे जॉर्ज और सतीश जारकीहोली ने भी अपनी-अपनी सीटों से परिवार के एक सदस्य का नामांकन कराया है। जॉर्ज के बेटे राणा ने बेंगलुरु के सर्वज्ञनगर में नामांकन दाखिल किया है। जबकि जरकिहोली की बेटी ने बेलगावी जिले के यमकनमर्दी में नामांकन दाखिल किया है। बीजेपी मंत्री के गोपालैया की पत्नी हेमलता ने भी अपने पति की सीट, बेंगलुरु की महालक्ष्मी लेआउट से पर्चा दाखिल किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कहा कि सुरेश ने विकल्प के तौर पर अपना पर्चा दाखिल किया। बीजेपी पर आरोप लगाते हुए डीके शिवकुमार ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी को नहीं बख्शा। क्या वे मुझे बख्शेंगे? लेकिन मैं उनके सामने कभी भी आत्मसमर्पण नहीं करूंगा। शिवकुमार ने कहा कि उनके भाई का नामांकन कांग्रेस की बैक-अप योजना का हिस्सा है। क्योंकि उन्हें बीजेपी के जरिए की जाने वाली निश्चित साजिश का संदेह है।