‘A Star is Born’ – आज सारे बड़े खेल पत्रिकाओं के पहले पन्ने पर आपको यह ही शीर्षक देखने को मिलेगा। क्योंकि फुटबॉल जगत के एक नए सितारे का जन्म हुआ है पिछली रात। स्पेन ने यूरो सेमीफाइनल मैच में फ्रांस को 2-1 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। यह मैच बेहद रोमांचक रहा और इसमें कई ऐतिहासिक पल भी बने। 16 वर्षीय Lamine Yamal ने यूरो इतिहास में सबसे कम उम्र में गोल करने का रिकॉर्ड बनाया और पेले का रिकॉर्ड तोड़ दिया। साथ ही साथ बन गए विश्व फुटबॉल के नए अजूबे।
फ्रांस ने टूर्नामेंट में पहली बार ओपन प्ले से गोल किया, जिसे कोलो मुआनी ने किया। लेकिन स्पेन ने जल्द ही यमाल के शानदार शॉट से बराबरी कर ली। इसके बाद, निको विलियम्स और दानी ओल्मो ने निर्णायक गोल कर स्पेन को फाइनल में पहुंचा दिया। फ्रांस ने काफी कोशिश की, लेकिन स्पेन की मजबूत रक्षा को नहीं भेद सके। काइलियन एम्बाप्पे, जो नाक की चोट के साथ खेल रहे थे, ने अपने कौशल की झलक दिखाई, लेकिन गोल करने में असफल रहे। ओलिवियर गिरौद का देर से मैदान में उतरना भी फ्रांस की किस्मत नहीं बदल सका। स्पेन के गोलकीपर सिमोन ने शानदार खेल दिखाया और फ्रांस के कई हमलों को नाकाम कर दिया।
स्पेन ने अपने अटैक और डिफेंस के बेहतरीन तालमेल से फाइनल में जगह बनाई, जबकि फ्रांस टूर्नामेंट से बाहर हो गया। यमाल का रिकॉर्ड-ब्रेकिंग गोल सालों तक याद रखा जाएगा। स्पेन की इस जीत में टीम की सामूहिक मेहनत और रणनीति का बड़ा योगदान रहा।
फ्रांस के लिए यह हार निराशाजनक रही, खासकर तब जब टीम ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था। एम्बाप्पे और गिरौद जैसे खिलाड़ियों के होते हुए भी फ्रांस स्पेन की दीवार को नहीं तोड़ पाया। स्पेन के कोच और खिलाड़ियों की रणनीति ने फ्रांस के सभी हमलों को निष्फल कर दिया।
स्पेन की इस जीत ने पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ा दी है। फाइनल में स्पेन की टीम से भी इसी तरह के बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है। दूसरी ओर, फ्रांस को अपनी गलतियों से सीख लेकर अगली बार और मजबूत टीम के साथ वापस आना होगा। स्पेन की यह जीत और यमाल का ऐतिहासिक गोल यूरो कप के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया है। अब देखना यह है कि फाइनल में स्पेन की टीम कैसी प्रदर्शन करती है और क्या वे अपने देश को एक और गौरव दिला पाएंगे।