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कफोटा कस्बा बना कीचड़ और गंदगी का बाजार, एकमात्र शौचालय भी चढ़ा NH-707 की भेंट 

By Sandhya Kashyap

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कफोटा:  मस्तभोज, कुराली बैल्ट, जैलभोज सहित लगभग 14 ग्राम पंचायतों का केंद्र बिंदु कहलाने वाले कफोटा कस्बा इन दिनों कीचड़ और गंदगी का बाजार बना हुआ है। यहां इकलौता शौचालय राजमार्ग प्राधिकरण ने तुड़वा दिया है। जिसके बाद स्थानीय लोगों और आगंतुओं को भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। खुले में शौच करने वालों की जनसंख्या में यहां खूब बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। यहां व्यापार मंडल सहित स्थानीय लोगों भी खुले में शौच करने देखे जा रहे है। बाजार के चारो तरफ शौच की दुर्गन्ध चली रहती है और बाजार की विभिन्न मोड़ और गलियों में शौच के चलते अक्सर बरसात वाला मौसम नजर आता है। स्थानीय लोगों ने मामले में स्थानीय पंचायत और व्यापार मंडल से समस्या के समाधान की अपील की है । लेकिन उपमंडल स्तरीय प्रशासन यहां खुद शौच की दुर्गन्ध सूंघता नजर आ रहा है। जिसके बाद कफोटा कस्बे में अधिक दयनीय हालात नजर आ रहे है।

जानकारी के मुताबिक कफोटा कस्बा गंदगी और दुर्गंध का बाजार बना हुआ है। यदि आप राष्ट्रीय राजमार्ग 707 से गुजर रहे है और कफोटा कस्बे में आप रुकने का सोच रहे है तो ठहर जाएं! यहां आपको चारों तरफ शौच और गंदगी की दुर्गन्ध बीमार नहीं बल्कि बहुत बीमार कर सकती है। ऐसा होना इसलिए भी लाजमी है क्योंकि यहां लोगों को दुर्गन्ध में रहने की आदत हो गई है और इसलिए यहां लोग सफाई व्यवस्था नहीं चाहते है। इतना ही बल्कि यहां पर व्यापार मंडल और स्थानीय प्रशासन भी सफाई व्यवस्था के लिए ठोस कदम उठाता नजर नहीं आता है। कफोटा कस्बे की सीमाएं चार अलग-अलग ग्राम पंचायतों से मिलती है। यदि प्रतिनिधियों की सोच में दुर्गंध न होती तो सभी पंचायतें कर्तव्य का निर्वाह करते हुए एक- एक शौचालय भी लोगों की सुविधा के लिए बनाती तो कफोटा कस्बे के अंदर चार शौचालय कस्बे को साफ सुथरा रखने में मददगार साबित होते। लेकिन गंभीर समस्या का समाधान करने वाला शासन, प्रशासन यहां वेंटिलेटर पर नजर आ रहा है।

क्षेत्रीय लोगों की माने तो कफोटा कस्बे में बना इकलौता शौचालय राजमार्ग प्राधिकरण ने मार्ग बनाने के लिए तोड़ दिया है। उसके बाद कफोटा कस्बे में शौचालय की कोई अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। आगंतुको  सहित महिलाओं और स्कूल, कॉलेज जाने वाली बालिकाओं को शौच की अधिक समस्याएं बनी हुई है। बाजार के अंदर ढीठ और बड़ी नाक वाले तो गली, कूचे, सहित बाजार में खड़ी गाड़ियों को बेशर्मी से ढाल बना रहे है और आम जनता समस्या त्रस्त है। यहां व्यापार मंडल को शौचालय बनाने के लिए कहा जाएं तो राजमार्ग प्राधिकरण को शौचालय तोड़ने का निशाना साधती है। यदि स्थानीय प्रशासन को शिकायत करें तो संबंधित पंचायतों के प्रतिनिधियों की अनदेखी नजर आती है। समस्या का समाधान करने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है ऐसे में स्थानीय लोग इस मजबूरी में है कि किसको अपनी शिकायत बताएं जो समस्या का समाधान जल्द करवाएं।
कफोटा व्यापार मण्डल अध्यक्ष वीर विक्रम ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि वह जल्द ही प्रशासन के साथ बैठक कर रहे है। जल्द कस्बे के अंदर शौचालय की व्यवस्था स्थापित की जाएगी।