Jay Shah अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउन्सिल (ICC) के नए चेयरमैन बने हैं। मंगलवार, 27 अगस्त को नामांकन जमा करने की आखिरी तारीख थी, और शाह अकेले उम्मीदवार थे। इसलिए, वे बिना किसी विरोध के जीते। शाह अब विश्व क्रिकेट के इतिहास में सबसे युवा चेयरमैन बन गए हैं, उन्होंने यह भूमिका सिर्फ 35 साल की उम्र में संभाली है।
शाह से पहले, चार और भारतीय ICC चेयरमैन के पद पर रहे हैं। वे थे जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन. श्रीनिवासन, और शशांक मनोहर, जो सभी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से ICC में गए थे। शाह इस भूमिका को संभालने वाले पांचवें भारतीय होंगे। वे इस साल 1 दिसंबर से अपनी नई जिम्मेदारियां संभालेंगे और अगले छह साल तक चेयरमैन के रूप में काम करेंगे।
ICC के वर्तमान चेयरमैन ग्रेग बार्कले ने तीसरे कार्यकाल के लिए उम्मीदवार बनने का निर्णय नहीं लिया। उनका कार्यकाल नवंबर में समाप्त होगा, जिससे उनके उत्तराधिकारी के बारे में अटकलें लगाई जा रही थीं। शाह, जिन्हें इस पद के लिए सबसे आगे माना जा रहा था, अब ICC का नेतृत्व करेंगे। शाह ने अपनी नई भूमिका के प्रति अपनी खुशी व्यक्त की और कहा कि वह और उनकी टीम दुनिया भर में क्रिकेट को सुधारने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने विभिन्न क्रिकेट फॉर्मेट्स के बीच संतुलन बनाए रखने और नई तकनीकों का उपयोग करने की आवश्यकता पर जोर दिया। शाह का वर्तमान BCCI सचिव का कार्यकाल सितंबर 2025 में समाप्त होना था, लेकिन अब वे अपने ICC कार्यकाल के बाद भारतीय क्रिकेट प्रशासन में लौट सकते हैं।
जय शाह की इस उपलब्धि के बाद, क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों के बीच एक नया उत्साह देखा जा रहा है। शाह की नेतृत्व क्षमता और उनके दृष्टिकोण से उम्मीद है कि वे ICC को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। शाह के नेतृत्व में, ICC विभिन्न देशों के क्रिकेट बोर्ड्स के साथ मिलकर काम करेगा ताकि क्रिकेट को और अधिक लोकप्रिय और प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके। इसके अलावा, शाह ने यह भी कहा है कि वे क्रिकेट के विकास के लिए नई नीतियां बनाएंगे। उनका उद्देश्य है कि क्रिकेट सिर्फ कुछ देशों तक सीमित न रहे, बल्कि नए देशों में भी इसे बढ़ावा दिया जाए। शाह के इस दृष्टिकोण से यह उम्मीद की जा रही है कि वे क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर और भी मजबूती देंगे।
जय शाह की नियुक्ति से यह भी संभावना है कि क्रिकेट के सभी फॉर्मेट्स को समान रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा। टेस्ट, वनडे और टी20 क्रिकेट के बीच संतुलन बनाना उनकी प्राथमिकता होगी। साथ ही, नई तकनीकों के उपयोग से खेल को और भी रोमांचक और दर्शकों के लिए आकर्षक बनाया जा सकेगा।