कुल्लू : अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव के दूसरे दिन शान से नरसिंह भगवान की जलेब निकली, जिसके माध्यम से ढालपुर में सुरक्षा सूत्र बांधा। इस दौरान मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने प्राचीन परंपरा का निर्वहन किया। महेश्वर सिंह ने भगवान की ढाल व कटार लेकर पालकी में सवार होकर व नरसिंह भगवान की घोड़ी के पीछे वाद्ययंत्रों की धुनों पर देवलुओंं ने नाचते-गाते जलेब में भाग लिया। जलेब राजा की चानणी से शुरू हुई जोकि अस्पताल रोड, पुराने स्टेट बैंक पार्क, कलाकेन्द्र से होते हुए ढालपुर चौक होकर राजा की चानणी के पास समाप्त हुई।
जलेब में महाराजा कोठी के देवता जमदग्नि ऋषि चकलाणी, देवता हुरंग नारायण जौंगा, कैलावीर लोट, कमांद के वीर वराधी वीर, अजय पाल, जौंगा के महावीर, कमांद के वीर कैला, महाराजा कोठी के पांचवीर, हरि नारायण आदि 7 देवताओंं ने जलेब में भाग लिया। इस दौरान देवी-देवता के कारकूनोंं ने भगवान की पालकी मेंं पुष्प भेंट किए।