Jairam Thakur बोले पहलगाम में हमला करने वाले पाताल से भी खोज कर मिट्टी में मिलाए जाएंगे 

By Sandhya Kashyap

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Jairam Thakur : पाकिस्तान की आने वाली पीढ़ियां कभी भूल नहीं पाएंगी, पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसेगा पाकिस्तान

शिमला : नेता प्रतिपक्ष Jairam Thakur ठियोग के खनार में आयोजित राज्य स्तरीय ठोडा मेला मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए।  मेले में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पहलगाम में जिन लोगों ने देश के निर्दोष लोगों की हत्या की है वह लोग चाहे पाताल में भी छुपे होंगे तो भी उन्हें मिट्टी में मिला दिया जाएगा। घटना होते ही देश के गृह मंत्री अमित शाह तुरंत कश्मीर पहुंच जाते हैं।

प्रधानमंत्री अपना सऊदी अरब का दौरा रद्द कर भारत लौटते हैं और आगे की रणनीति बनाने के लिए एयरपोर्ट पर ही सभी जिम्मेदार अधिकारियों से ब्रीफिंग लेते हैं । पाकिस्तान को अपने किए के लिए ऐसी कीमत चुकानी पड़ेगी कि उसकी आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी।

प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए सिंधु जल संधि को खत्म कर दिया है। जिससे आने वाले समय में पाकिस्तान एक-एक बूंद पानी के लिए तरसेगा। पाकिस्तान को उसके किए की सजा मिलेगी और इस हमले में शामिल एक एक आतंकी के साथ ऐसा सलूक होगा जिसकी कल्पना उन्होंने सपने में भी नहीं की होगी।

नेता प्रतिपक्ष Jairam Thakur ने कहा कि जिस तरह की बर्बरता निहत्थे लोगों के साथ की गई है, धर्म पूछ–पूछ कर उन्हें मारा गया है यह किसी भी मनुष्य का काम नहीं हो सकता है। ऐसे लोग मानवता के अपराधी हैं। उन्हें इस धरती पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।

इस घटना से कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हर कोई आहत है। सभी की संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। पूरा देश कठोर से कठोर कार्रवाई चाहता है। भारत सरकार आतंकियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई करेगा कि नजीर बनेंगी। पूरा देश प्रधानमंत्री के साथ है।

ठोडा खेल को मिले राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान

Jairam Thakur ने कहा कि ठोडा हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय खेलों में से एक है। जो प्रदेश भर में कई जगह पर पूरे हर्ष उल्लास और उत्साह के साथ खेला जाता है। इस खेल का इतिहास सदियों पुराना है।

इस पारंपरिक और साहसिक खेल की मोहक पोशाक युद्ध के सामान जैसे तलवार, डांगरू, खुखरी और परंपरागत वाद्य यंत्रों का लोक संगीत एक तरफ जहां इस खेल की सभ्यता को बढ़ाते हैं, वही हमारी समृद्धि संस्कृति की झलक भी प्रस्तुत करते हैं। गीत, संगीत, नृत्य, सवाल–जवाब एवं तीरंदाजी एक साथ अनगिनत विधाएं समेटे विश्व का एकमात्र खेल है ठोडा।

यह खेल अपने आप में त्रेता युग के भगवान राम के बाँस के धनुष कोदंड का इस्तेमाल करती है। दोनों टीमें पाशी और साटी पांडवों और कौरवो का प्रतिनिधि करती हैं। हिमाचल प्रदेश के शिमला,सिरमौर एवं सोलन जिलों में खेला जाने वाला ये अनूठा खेल गजब का रोमांच एवं मनोरंजन समेटे पारंपरिकता को प्रदर्शित करने वाली समृद्ध धरोहर है।

पारंपरिक रूप से इस खेल को ऐतिहासिक खश कबीलों द्वारा आरम्भ किया गया। उन्होंने इस खेल प्रतियोगिता के आयोजन के लिए आयोजक मंडल को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम प्रयास करेंगे कि इस खेल को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिले।

इस मौके पर शिमला शहरी के सांसद सुरेश कश्यपऔर चौपाल के विधायक बलवीर वर्मा समेत अन्य आयोजक मंडल के पदाधिकारी और भारी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे। शिमला से खनार जाते समय उन्होंने ठियोग में पार्टी कार्यकर्ताओं से भी शिष्टाचार भेंट की। 

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