डेस्क: राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक सरकारी अस्पताल से गुरुवार 27 जुलाई की रात को एक शातिर महिला नवजात को उठाकर ले गई। बच्चा चोरी की यह घटना बस्सी स्थित उपजिला अस्पताल की है। जैसे ही बच्चा चोरी हुआ, पीड़ित परिवार के सदस्यों ने कोहराम मच गया। सभी का रो रोकर बुरा हाल हो गया। सूचना मिलने पर बस्सी पुलिस सहित उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे। अस्पताल में सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया तो एक महिला बच्चे को लेकर जाती हुई दिखाई दे रही थी। डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को तुरंत सख्त नाकाबंदी के निर्देश दिए।
दौसा जिले के गांगलियावास निवासी भजनलाल बैरवा की पत्नी कलावती बुधवार 26 जुलाई को डिलेवरी के लिए अस्पताल में भर्ती हुई थी। शाम 6 बजे कलावती ने एक बेटे को जन्म दिया। गुरुवार 27 जुलाई की रात करीब साढ़े 8 बजे सलवार सूट पहने हुए महिला प्रसुता वार्ड में आई। कलावती नींद में थी और कलावती की सास रामपति नवजात के पास बैठी थी। इसी दौरान महिला ने अपने आप को नर्स बताया और बच्चे को टीका लगाने की बात कही। इसके बाद वे बच्चे को उठाकर ले गई। वार्ड के गेट तक रामपति भी पीछे पीछे गई लेकिन बाद में वह महिला नवजात की दादी रामपति को गच्चा देकर गायब हो गई। जैसे ही महिला गायब हुई तो रामपति ने हल्ला मचा दिया।
बच्चा चोरी की घटना के बाद अस्पताल में अफरा तफरी मच गई। सूचना मिलते ही बस्सी, तूंगा और कानोता थाना पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। डीसीपी ज्ञानचंद यादव भी मौके पर आए। सबसे पहले अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए। सीसीटीवी में पीले कलर का सलवार सूट पहने हुए महिला बच्चे को गोद में लेकर चलते हुए दिखाई दी। साथ में नवजात की दादी रामपति भी नजर आ रही थी। अस्पताल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में पीला सलवार सूट पहले हुए महिला कार में बैठकर जाते दिखाई दी। कार के नम्बर भी सीसीटीवी में नजर आ रहे थे।
बस्सी के उपजिला अस्पताल से बच्चा चोरी के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई। आसपास के इलाकों में कड़ी नाकाबंदी की गई और महिला की तलाश की जाने लगी। पुलिस की नाकाबंदी देखकर महिला भी घबरा गई और कानोता इलाके में रिंग रोड के पास बच्चे को कार में छोड़कर फरार हो गई। पुलिस ने तुरंत कार को पहचानते हुए तलाशी ली को नवजात कार में मिल गया। इसके बाद आसपास के इलाके में छानबीन की गई तो बच्चा चोरी करने वाली महिला भी पकड़ में आ गई। रात करीब एक बजे पुलिस ने नवजात को सकुशल बरामद किया और परिजनों के सौंप दिया।
नवजात के चोरी होने के बाद पुलिस तुरंत एक्टिव हो गई थी। डीसीपी सहित तमाम अधिकारी सघन तलाशी में जुटे। स्थानीय लोगों की भी मदद ली गई। कड़ी मेहनत के बाद महज 5 घंटे में पुलिस ने नवजात को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस की टीम जब नवजात को लेकर वापस बस्सी उपजिला अस्पताल पहुंची तो वहां लोगों ने तालियां बजाकर पुलिस का आभार जताया। लोगों का कहना था कि पुलिस ने वाकई बड़ी तत्परता दिखाई। इसी वजह से बच्चा भी मिल गया और चोरी करने वाली महिला भी पकड़ी गई। इस दौरान डीसीपी ज्ञानचंद यादव, बस्सी थाना प्रभारी यशवंत यादव, कानोता थाना प्रभारी मुकेश खरड़िया, तूंगा थाना प्रभारी नरेश कुमार मीणा और खोह नागोरियान थाना प्रभारी रामकृपाल सहित कई सब इंस्पेक्टर और पुलिसकर्मी मौजूद रहे।