नई दिल्ली: देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस (Infosys) के शेयरों में आज भारी गिरावट दिख रही है। शुरुआती कारोबार में यह 12 फीसदी गिरावट के साथ 52 हफ्ते के लो पर पहुंच गया। बेंगलुरु की इस आईटी कंपनी का चौथी तिमाही का रिजल्ट बाजार के अनुमानों के मुताबिक नहीं रहा है। इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट आठ फीसदी तेजी के साथ 6,128 करोड़ रुपये रहा जबकि ऑपरेशंस से रेवेन्यू 16 परसेंट की तेजी के साथ 37,441 करोड़ रुपये पहुंच गया। कंपनी का प्रॉफिट और रेवेन्यू एनालिस्ट्स के अनुमानों के मुताबिक नहीं रहा।
ईटी नाउ के पोल के मुताबिक कंपनी का नेट प्रॉफिट 6,550 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 38,850 करोड़ रुपये रहने का अनुमान था। कंपनी ने गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद रिजल्ट घोषित किया था। शुक्रवार को अंबेडकर जयंती के कारण मार्केट बंद था। सुबह 10.34 बजे इन्फोसिस का शेयर बीएसई पर 155.40 रुपये यानी 11.19% की गिरावट के साथ 1233.20 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। इससे पहले कारोबार के दौरान यह 1219.00 रुपये पर पहुंच गया था जो इसका 52 हफ्ते का न्यूनतम स्तर है। इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 1,672.45 रुपये है। इसने पिछले साल एक दिसंबर को यह स्तर छुआ था।
इन्फोसिस देश की दूसरी बड़ी आईटी कंपनी है। पहले नंबर पर टाटा ग्रुप की टीसीएस (TCS) है। इन्फोसिस में गिरावट के कारण बाकी आईटी शेयरों में भी भारी गिरावट देखने को मिल रही है। जेफरीज (Jefferies) ने निवेशकों को इन्फोसिस का शेयर खरीदने की सलाह दी है। ब्रोकरेज फर्म में इसके लिए 1570 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है जो इसकी मौजूदा कीमत से 13 फीसदी अधिक है। ब्रोकरेज फर्म नोमूरा ने 1290 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ इसे न्यूट्रल रेटिंग दी है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज इसकी रेटिंग Buy से Add कर दी है। ब्रोकरेज ने इसे 1470 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है जो इसकी मौजूदा कीमत से छह फीसदी अधिक है। कोटक इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज (Kotak Institutional Securities) ने इसे खरीदने की सलाह दी है। इस ब्रोकरेज ने इसे 1,470 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है जो इसकी मौजूदा कीमत से छह फीसदी अधिक है।