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NIT हमीरपुर के 14वें दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने उपाधियाें व पदक से नवाजे मेधावी

By Sandhya Kashyap

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Summary

हमीरपुर : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर ने शनिवार को ऑडिटोरियम में अपना 14वां दीक्षांत समारोह मनाया। समारोह के मुख्यातिथि केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं युवा सेवाएं व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर रहे। समारोह में 1264 छात्रों को उपाधियां प्रदान की गईं, जिसमें स्नातक के 825 छात्र, स्नातकोत्तर के 404 व पीएचडी के ...

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हमीरपुर : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर ने शनिवार को ऑडिटोरियम में अपना 14वां दीक्षांत समारोह मनाया। समारोह के मुख्यातिथि केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं युवा सेवाएं व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर रहे। समारोह में 1264 छात्रों को उपाधियां प्रदान की गईं, जिसमें स्नातक के 825 छात्र, स्नातकोत्तर के 404 व पीएचडी के 35 छात्र शामिल थे। स्नातक के 32 व स्नातकोत्तर के 25 छात्रों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक से भी सम्मानित किया गया। कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग की छात्रा स्प्रिहा गौतम को डायरैक्टर्स मैडल फॉर बैस्ट ऑल राऊंडर से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्प्रिहा गौतम के माता-पिता को भी विशेष तौर पर समारोह में सम्मानित किया गया। लड़कों ने विशेष हिमाचली परिधान में कुर्ता-पायजामा तथा हिमाचली टॉपी व मफलर और लड़कियों ने सलवार-कमीज, हिमाचली टॉपी व मफलर पहन कर समारोह में भाग लिया।

इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों को अनुराग ठाकुर ने बधाई दी तथा कहा कि युवा ही देश के नेतृत्वकर्ता हैं। आज का यह दिन विद्यार्थियों के परिश्रम और समर्पण का प्रतिफल है और अपनी सफलता को सैलिब्रेट करने का अवसर है। 

अनुराग ठाकुर ने कहा कि आज का भारत तेजी से बुलंदियों को छू रहा है तथा विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। भारत के लिए अमृतकाल के अगले 25 वर्ष बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। इसमें युवाओं के लिए अपार अवसर हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे इन अवसरों का लाभ उठाकर आगे बढ़ें और राष्ट्र निर्माण में भी अपना हरसंभव योगदान दें। उन्होंने कहा कि देश के प्रतिभाशाली युवाओं ने अमेरिका तथा अन्य विकसित देशों में अपनी प्रतिभा का डंका बजाया है और विश्व की कई टॉप कंपनियों में शीर्ष पदों पर पहुंचे हैं। अगर हमारे युवा वहां अच्छा कर सकते हैं तो अपने देश व समाज के लिए भी बहुत कुछ कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज विश्व भारत की ओर एक नई उम्मीद के साथ देख रहा है और इसके सामर्थ्य पर विश्वास कर रहा है। कोरोना काल में भारतीय वैज्ञानिकों ने जहां स्वदेशी वैक्सीन तैयार की और इसे विश्व के 157 देशों को उपलब्ध करवाया गया, वहीं भारतीय युवाओं ने भी आपदा में अवसर और आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को आत्मसात करते हुए हजारों स्टार्टअप खड़े कर दिए। इनमें 100 से अधिक स्टार्टअप ने तो यूनीकाॅर्न का दर्जा भी हासिल कर लिया है।

उन्होंने कहा कि आज भारत साइंस एंड टैक्नोलॉजी और स्पेस से लेकर स्पोर्ट्स तक, रक्षा विनिर्माण और इलैक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण से लेकर ग्रीन एनर्जी तक हर सैक्टर में बड़ी उपलब्धियां हासिल कर रहा है। इन क्षेत्रों में एनआईटी जैसे संस्थानों के युवाओं के लिए अपार संभावनाएं हैं।