डेस्क: लड्डू गोपाल की पूजा में कई चीजों को शामिल करना जरूरी होता है। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो जन्माष्टमी की पूजा अधूरी मानी जाती है। तो अगर आप भी पहली बार जन्माष्टमी की पूजा करने जा रहे हैं कृष्ण भक्तों के लिए आज और कल का दिन काफी खास है।
साल 2023 में दो दिन जन्माष्टमी मनाई जा रही है। इस दिन को कृष्ण जी के जन्म से रूप में माना जाता है। कि जन्माष्टमी के दिन ही भगवान विष्णु ने कृष्ण जी के रूप में धरती पर जन्म लिया था।
कृष्ण जी के भक्त न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी हैं। जन्माष्टमी के मौके पर कान्हा की नगरी ब्रज में जन्माष्टमी खास रौनक रहती है। देश-विदेश से लोग ब्रज में जन्माष्टमी देखने पहुंचते हैं।
इस दिन लोग व्रत रखते हैं और विधिपूर्वक लड्डू गोपाल का पूजन करते हैं। हालांकि लड्डू गोपाल की पूजा में कई चीजों को शामिल करना जरूरी होता है। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो जन्माष्टमी की पूजा अधूरी मानी जाती है।
जन्माष्टमी की ये है पूजा सामग्री :-
- जो लोग कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत कर रहे हैं वो लोग घर में भगवान कृष्ण की मूर्ति या तस्वीर जरूर लाएं
- चौकी के अलावा इस पर बिछाने के लिए लाल या फिर पीला कपड़ा जरूर लें।
- धूप, दीप, कपूर, अगरबत्ती,अक्षत, रोली, रुई, हल्दी, कुमकुम, इत्र की शीशी, गंगाजल, सिंदूर और चंदन भी जरूर शामिल करें।
- अब पान के पत्ते, सुपारी, तुलसी दल, तुलसी माला, दूर्वा, केले के पत्ते, कमलगट्टे, फल, फूल, चावल और गुलाब भी रखें।
- पूजा में पंचामृत, शुद्ध घी, पंच मेवा, चीनी, दूध, दही, नारियल, लाल कमल के फूल, नैवेद्य या मिष्ठान्न, छोटी इलायची, पंजीरी माखन, मिश्री भी रखें।
जो लोग अपने घर में लड्डू गोपाल को ला रहे हैं वो उनके लिए नए कपड़े, श्रृंगार के सामान में बांसुरी, मोर पंख, कुंडल, टीका, पगड़ी, कड़े, माला, पाजेब या कमरबंध, काजल और झूला जरूर रखें