कुल्लू : 18,570 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड महादेव यात्रा के लिए भक्तों में खासा उत्साह है। यात्रा के दूसरे दिन 432 श्रद्धालुओं को बेस कैंप सिंहगाड से पंजीकरण के बाद रवाना किया गया। 412 श्रद्धालुओं का ऑफलाइन, जबकि 20 का ऑनलाइन पंजीकरण हुआ। मेडिकल फिटनेस के बाद सभी को श्रीखंड महादेव के दर्शन के लिए रवाना किया गया। इस जत्थे में हिमाचल के अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिमी बंगाल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, बिहार और यूपी के अधिकतर भक्तों ने भाग लिया।
एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह ने बताया कि यात्रा शांतिपूर्वक चली है। अंबिका माता की छड़ी यात्रा में गए साधु संतों सहित तमाम श्रद्धालु बुधवार को गुरु पूर्णिमा के दिन श्रीखंड महादेव के दर्शन और पूजा-अर्चना कर वापस लौटेंगे।
श्रीखंड यात्रा से लौटे आनी के पूर्ण सक्सेना, पुष्पेंद्र कश्यप, शमी शमशेर ने बताया कि इस बार की यात्रा सभी यात्राओं से बेहतर है। प्रशासन ने जहां पांच बेस कैंप बनाकर यात्रियों की मुश्किलों को आसान किया है। वहीं, स्थानीय लोगों ने भी रास्तों में जगह-जगह टेंटों सहित अन्य खाने की व्यवस्था कर रखी है।
उन्होंने जनता से अपील की है कि छोटे रास्तों का इस्तेमाल न करें। प्रशासन की ओर से निर्धारित रास्तों से ही यात्रा करें। पार्वतीबाग से आगे चढ़ाई पर करीब दो किमी का एक ग्लेशियर है। एसडीएम मनमोहन सिंह ने बताया कि बेस कैंप सिंहगाड से प्रतिदिन यात्रियों को शाम 4:00 बजे तक भेजा जाएगा। जबकि पंजीकरण शाम 7:00 बजे तक जारी रहेगा।
जिला प्रशासन ने ज्यूरी वाया फांचा श्रीखंड महादेव यात्रा पर रोक को बरकरार रखा है। वर्ष 2009 से 2015 इस मार्ग से होकर श्रीखंड यात्रा चलती रही, लेकिन इसके बाद यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस मार्ग पर अधिक जोखिम होने के कारण प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के जाने की मनाही है। फांचा में मंगलवार को बैठक आयोजित कर जन प्रतिनिधियों और पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओं को इस मार्ग से न जाने की हिदायत दी है। फांचा में पुलिस थाना झाकड़ी के प्रभारी ईश्वर सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में बैठक की गई। इसमें वन विभाग के बीओ कुंदन नेगी, कुर्मी परियोजना प्रबंधक अवतार सिंह और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
थाना प्रभारी ने बताया कि प्रशासन ने इस बार भी ज्यूरी वाया फांचा होकर श्रीखंड यात्रा को पूर्व की भांति बंद रखा है। यदि कोई भी इस मार्ग से यात्रा पर गुपचुक तरीके से जाता है, उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उपमंडल प्रशासन के दिशा निर्देशानुसार ज्यूरी, गानवी, कांदरी, फांचा, कंडा, जगोरी, टिक्कर, नंती आदि रास्तों से कोई यात्रा न करने की हिदायत दी गई है।