शिमला: एचआरटीसी ने यात्रियों को बुकिंग काउंटर पर क्यूआर कोड स्कैन कर किराये के भुगतान की सुविधा का तोहफा दिया है। सुविधा शुरू होने से यात्रियों और एचआरटीसी के बुकिंग क्लर्कों को खुले पैसे की किल्लत से निजात मिल जाएगी। प्रदेश के सभी बुकिंग काउंटरों के अलावा चंडीगढ़, दिल्ली, हरिद्वार, देहरादून सहित अन्य बाहरी राज्यों के बुकिंग काउटरों पर भी यह सुविधा शुरू हो गई है।
एचआरटीसी ने क्यूआर कोड स्कैन कर किराये के भुगतान की सुविधा के लिए पेटीएम मोबाइल वॉलेट कंपनी से करार किया है। कंपनी ने निगम के सभी बुकिंग काउंटरों पर स्कैन कोड और साउंड बॉक्स उपलब्ध करवा दिए हैं। किराये का भुगतान होते ही साउंड बॉक्स पर संदेश आएगा, जिससे यात्री और बुकिंग क्लर्क को किराये की अदायगी का पता चलेगा।
गूगल पे, फोन पे, पेटीएम, भीम यूपीआई, एसबीआई योनो सहित अन्य डिजिटल वॉलेट के माध्यम से क्यूआर कोड स्कैन किराये का भुगतान हो सकेगा। निगम ने नई हाईटेक टिकटिंग मशीनों की खरीद शुरू कर दी है। इन मशीनों की मदद से बस में यात्री डिजिटल वॉलेट या एटीएम डेबिट व क्रेडिट कार्ड से किराये का भुगतान कर सकेंगे।
एचआरटीसी प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि एचआरटीसी के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया के तहत सभी बुकिंग काउंटरों पर क्यूआर कोड स्कैनर लगाए जा रहे हैं। टिकट लेने के लिए यात्रियों को नकदी देने की जरूरत नहीं रहेगी।