HOME LOAN: वर्तमान में, बैंक ऑफ इंडिया 8.30% प्रति वर्ष से शुरू होने वाली सबसे कम ब्याज दर पर Home Loan प्रदान कर रहा है। इसके बाद एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 8.35% प्रति वर्ष की सबसे कम ब्याज दरों पर होम लोन प्रदान करते हैं। होम लोन की अंतिम ब्याज दरें आवेदक के क्रेडिट स्कोर, लोन राशि, पेशा, नियोक्ता की प्रोफ़ाइल जैसे कारकों पर निर्भर करती हैं। होम लोन की ब्याज दरों में थोड़ा-सा बदलाव भी कुल ब्याज लागत को प्रभावित कर सकता है, इसलिए लोन के लिए आवेदन करने से पहले विभिन्न बैंक/HFC द्वारा दी जा रहीं ब्याज दरों की तुलना करनी चाहिए।
Home Loan की सबसे कम ब्याज दरें प्रति वर्ष 2024:
Bank | ₹30 लाख तक | ₹30 लाख से 75 लाख तक | ₹75 लाख से ज़्यादा |
बैंक ऑफ इंडिया | 8.30%-10.75% | 8.30%-10.75% | 8.30%-10.75% |
एचडीएफसी बैंक | 8.35% से शुरू | 8.35% से शुरू | 8.35% से शुरू |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | 8.40% – 10.15% | 8.40% – 10.05% | 8.40% – 10.05% |
यूको बैंक | 8.45% – 10.30% | 8.45% – 10.30% | 8.45% – 10.30% |
LIC हाउसिंग फाइनेंस | 8.35% – 10.35% | 8.35% – 10.55% | 8.50 – 10.75% |
बैंक Home Loan की ब्याज को कैलकुलेट कैसे करते हैं
बैंक और HFC Home Loan की ब्याज को कैलकुलेट करने के लिए Monthly Reducing Balance Method का उपयोग करते हैं। इसके अंतर्गत, प्रत्येक ईएमआई भुगतान के बाद बकाया मूल राशि पर लगने वाले ब्याज को कैलकुलेट किया जाता है। ऐसे में होम लोन लेने के शुरुआती कुछ वर्षों में लोन की EMI में लगने वाला ब्याज सबसे अधिक होता है, जैसे-जैसे EMI का भुगतान किया जाता है, वैसे-वैसे बकाया मूल राशि कम होती जाती है जिससे ईएमआई में ब्याज का हिस्सा भी कम होता जाता है।
इस तरह का मेथड लंबा और सरल होता है। ऐसे में जो कस्टमर्स अपने Home Loan की ब्याज लागत के बारे में जानना चाहते हैं, वे ऑनलाइन होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं। ये कैलकुलेटर न केवल होम लोन ईएमआई को कैलकुलेट करते हैं बल्कि कुल ब्याज लागत और कुल मूल राशि को भी कैलकुलेट करते हैं।
Home Loan की ब्याज दरों के प्रकार:
1. फिक्स्ड रेट लोन: फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट पूरी लोन अवधि में समान रहती है, इसलिए आपकी EMI राशि भी समान ही रहती है। फिक्स्ड रेट होम लोन के लिए आवेदन करना तब बेहतर होता है जब मौजूदा होम लोन की ब्याज दर काफी कम होती है और भविष्य में उनके बढ़ने की संभावना होती है। कई बार बैंक ग्राहकों को यह विकल्प भी प्रदान करते हैं कि वे एक निश्चित अवधि पूरी करने के बाद वेरिएबल/ फ्लोटिंग होम लोन ब्याज दरों में स्विच कर सकते हैं।
2.फ्लोटिंग रेट लोन – फ्लोटिंग ब्याज दर को वेरिएबल ब्याज दर के नाम से भी जाना जाता है। ये दरें मार्केट की मौजूदा दरों के मुताबिक घटती-बढ़ती हैं, इसलिए वे लोन अवधि के दौरान बदल सकती हैं। ब्याज दर बदलने पर होम लोन की EMI भी बदल जाएगी।
3.हाइब्रिड लोन – हाइब्रिड रेट वाले होम लोन में फिक्स्ड रेट और फ्लोटिंग रेट दोनों शामिल होती हैं। शुरुआत में कुछ समय के लिए फिक्स्ड ब्याज दर लागू होगी, जिसके बाद यह ब्याज की फ्लोटिंग दर में बदल जाएगी। ऐसे होम लोन उन लोगों के लिए सबसे उपयुक्त हैं जिन्हें कम फिक्स्ड दर पर लोन मिला है और वे फ्लोटिंग रेट शुरू होने से पहले इसकी प्रीपेमेंट या फोरक्लोज़ कर सकते हैं।
Home Loan की ब्याज दर कम करने के टिप्स:
1. 750 या अधिक का क्रेडिट स्कोर बनाएं रखें
2. जॉइंट होम लोन के लिए आवेदन करें, परिवार की एक महिला सदस्य के साथ जॉइंट लोन लें क्योंकि कुछ बैंक/HFC महिला आवेदकों को ब्याज दर पर रियायत देते हैं।
3. मौजूदा होम लोन कस्टमर्स कम ब्याज दर ऑफर करने वाले किसी अन्य बैेंक/HFC में अपने होम लोन को ट्रांसफर कर कम ब्याज दर का लाभ उठा सकते हैं।
4. कई बैंक/HFC कम एलटीवी रेश्यो वाले आवेदकों को कम ब्याज दर ऑफर करते हैं। इस प्रकार, होम लोन आवेदकों को अधिक डाउन पेमेंट करना चाहिए जिससे उनकी लोन राशि कम हो और वे कम ब्याज दरों पर होम लोन प्राप्त कर सकें।