Himachal के 6 बागियों के बाद कांग्रेस रख रही फूंक फूंक कर कदम
संजीव कपूर : Himachal प्रदेश के अंदर जहां भाजपा ने लोकसभा व विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित करके चुनाव जीतने का साहस दिखाया है। वहीं Himachal कांग्रेस अभी उम्मीदवारों के चयन की जद्दोजहद करती नजर आ रही है। Himachal प्रदेश के अन्दर वर्तमान में कांग्रेस के बागी विधायकों ने जहां सरकार के समीकरण खराब किए है वहीं पार्टी के अंदर की गुटबाजी वर्तमान में परवान पर है। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस सरकार फूंक-फूंक कर अपने पांव रखना चाहेगी और प्रदेश का शीर्ष नेतृत्व आगामी चुनाव में होने वाली किसी भी हानि से जरूर बचना चाहेगी।
*कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवारों को लेकर सर्वे जारी, प्रत्याशियों को उतारने में लग जाएंगे अभी कुछ और दिन*
Himachal प्रदेश के अंदर पार्टी के अंदर से आए सूत्रों की मानें तो प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर धर्मशाला से देवेंद्र जग्गी और कुटलैहड़ से विवेक शर्मा को चुनावी रण में उतारा जाना तय है। इन पर कांग्रेस पार्टी हाईकमान की मोहर लगना बाकी है। जबकि
चार अन्य सीटों पर कांग्रेस पार्टी का सर्वे जारी है। सुजानपुर, नालागढ़, गगरेट और लाहौल-स्पीति विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए पार्टी के तीन-तीन संभावित प्रत्याशियों का पैनल तैयार किया गया है। जिनमे अधिक सशक्त उम्मीदवारों को चुनावी रण में उतारा जाना तय है। यहां Himachal प्रदेश भाजपा से नाराज होकर कांग्रेस में आए नेताओं की दावेदारी पर मंथन करना भी जरूरी होगा।
उल्लेखनीय है कि Himachal प्रदेश कांग्रेस की बीते दिनों चंडीगढ़ के निजी होटल में हुई कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक में हुए निर्णय को अहम माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने बैठक के दौरान Himachal प्रदेश के अंदर हो रहे विधानसभा और लोकसभा चुनाव को लेकर सशक्त रणनीति बनाई है। जिसके बाद समिति के निर्णय पर उपचुनाव में धर्मशाला से देवेंद्र जग्गी और कुटलैहड़ से विवेक शर्मा का प्रस्ताव पार्टी प्रभारी राजीव शुक्ल के माध्यम से हाईकमान को भेजने की सूचनाएं है।
*Himachal कांग्रेस ने विवेक शर्मा और देवेंद्र जग्गी पर इसलिए खेलेगी दाव*
विवेक शर्मा उर्फ बिक्कू ने 2017 में कुटलैहड़ से विधानसभा चुनाव लड़ा था। वर्तमान में पार्टी के प्रदेश सचिव हैं और पूर्व में कुटलैहड़ के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं। यह एक मिलनसार नेतृत्व के धनी व्यक्ति है और आम जनता के बीच इनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है। कांग्रेस खेमे में हुए गृहयुद्ध के बाद यह सक्षम उम्मदीवार माने जा रहे है। इनके नेतृत्व में यहां कांग्रेस किसी हद तक अपना डेमेज रोकने में सक्षम हो सकती है। इसी तरह धर्मशाला से कांग्रेस के बागी विधायक सुधीर शर्मा के खिलाफ, कांग्रेस ने नगर निगम के पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी पर दांव का फैसला सही साबित हो सकता है।
बताया जा रहा है कि “जग्गी”, सुधीर शर्मा के समर्थकों में सेंधमारी कर सकते हैं। क्योंकि इनकी सामाजिक छवि होने के साथ विधानसभा की जनता के बीच पकड़ बताई जा रही है।
*Himachal कांग्रेस उपचुनाव को लेकर इन नामों पर कर रही चर्चा, भाजपा से कांग्रेस में आए नेताओं का भी रखना होगा ध्यान*
सूत्रों की माने तो हिमाचल कांग्रेस सुजानपुर से कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया के नाम पर मंथन कर रही है। और यदि गुटबाजी पर नजर दौड़ाई जाए तो सब कुछ सही करने के लिए अन्य विकल्प भी देखे जा रहे हैं। गगरेट से भाजपा से इस्तीफा देने वाले राकेश कालिया और पूर्व उद्योग मंत्री कुलदीप कुमार के नाम पर चर्चा गर्म है। बडसर में पूर्व विधायक मनजीत डोगरा, नरेश लखनपाल, विशाल कुमार, नितिन शर्मा दौड़ में बताए जा रहे है। लाहौल-स्पीति में भाजपा से इस्तीफा देने वाले पूर्व विधायक रामलाल मारकंडा, पूर्व विधायक रघुवीर सिंह व दोरजे लारजे को लेकर कांग्रेस के अंदर मंथन जारी है।
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने घोषित किये चारों प्रत्याशी, कांग्रेस की लिस्ट का अभी भी इंतजार
गौरतलब है कि भाजपा ने लोकसभा की चारों सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए है जबकि कांग्रेस के उम्मीदवारों के नामो का अभी भी इंतजार है। मंडी से “रानी साहिबा” प्रतिभा सिंह को टिकट मिलने की पूरी उम्मीद है। प्रतिभा सिंह ने पहले चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। लेकिन मंडी से भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत का नाम सामने आते ही प्रतिभा सिंह के सुर बदल गए। अब उनका कहना है कि वो हाईकमान के फैसले का स्वागत करेगी।