Himachal : सीएम की प्रतिक्रिया आई सामने
Himachal की राजनीति में हर्ष महाजन की जीत के बाद लगातार भूचाल आ रहा है। क्रास वोटिंग कर जहाँ कांग्रेस ने अपने ही प्रत्याशी को हार का मुँह दिखाया वहीं जीत का सेहरा हर्ष महाजन को पहनाया। 25 दिन के सियासी भूचाल के बाद कांग्रेस के बागियों ने भाजपा का दामन थाम लिया।
वहीं अब Himachal राजनीति में भाजपा ने सबको एक बार फिर हैरान किया है। भाजपा ने कांग्रेस के 6 बागी विधायकों को उपचुनाव के लिए टिकट दे दिया है।
बता दे कि Himachal प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ छह सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। यहां पर धर्मशाला, सुजानपुर, कुटलेहड़, लाहौल स्पीति, गगरेट और बड़सर विधानसभा सीटों पर 1 जून को वोटिंग होगी। ऐसे में अब भाजपा ने उपचुनाव के लिए अपनी लिस्ट जारी की है। धर्मशाला से पूर्व विधायक सुधीर शर्मा, सुजानपुर से राजिंदर राणा, बड़सर से इंद्रदत्त लखनपाल, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर, गगरेट से चैतन्य शर्मा, कुटलेहड़ से देवेंद्र भुट्टो को उपचुनाव के लिए टिकट दिया गया है।
हाल ही में भाजपा में हुए थे शामिल
कांग्रेस के 6 बागी विधायकों ने बीते 23 मार्च को दिल्ली में भाजपा का दामन थाम लिया था। ऐसे में माना जा रहा था कि Himachal में छह सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा इन्हें टिकट दे सकती है। ऐसे में अब भाजपा ने इन्हें टिकट दिया है।
Himachal के राजनीति घटनक्रम में 25 दिन पहले क्या हुआ था
हिमाचल प्रदेश में 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी। इस कारण कांग्रेस के प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी हार गए थे। कांग्रेस के विधायकों समेत तीन निर्दलीय ने भी भाजपा को वोट दिया था। बाद में व्हिप के उल्लंघन के चलते स्पीकर ने इनकी विधानसभा सदस्यता खत्म कर दी थी। सभी बागी सुप्रीम कोर्ट भी गए हैं, लेकिन इस बीच इन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था।
Himachal के सीएम सुक्खू का आया बयान
उधर, भाजपा की ओर से सभी छह पूर्व विधायकों को टिकट देने पर सीएम सुक्खू ने भी प्रतिक्रिया दी। शिमला में अपने जन्मदिन के मौके पर सीएम ने कहा कि कांग्रेस के बागियों को भाजपा के टिकट देने से ये सिद्ध हो गया कि भाजपा ने हार्स ट्रेंडिंग की थी। ये सभी बिकाऊ हैं। अब न्याय और अन्याय की लड़ाई होगी जिसमे न्याय की जीत होगी।
Himachal में कब होगा उपचुनाव
Himachal प्रदेश में लोकसभा की चार सीटों के लिए अंतिम एवं सातवें चरण में 1 जून को मतदान होगा। इसी दिन छह विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव भी करवाया जाएगा। ये छह विधानसभा क्षेत्र वही हैं, जहां से कांग्रेस ने छह बागी विधायकों को अयोग्य घोषित किया है। 4 जून को नतीजे घोषित हो जाएंगे। प्रदेश में 7 मई को चुनाव की अधिसूचना जारी होगी। लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 14 मई तय की गई है। नामांकन पत्रों की छंटनी 15 मई को होगी। 17 मई को नाम वापस लिए जा सकेंगे। छह विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए भी यही प्रक्रिया रहेगी।
बता दें 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद 68 सदस्यीय राज्य विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 थे, जबकि भाजपा के पास 25 विधायक थे। तीन सीटों पर निर्दलियों का कब्जा रहा। वित्त विधेयक पारित करते समय व्हिप जारी करने के बावजूद सदन में मौजूद न होने पर कांग्रेस के छह विधायक अयोग्य घोषित किए गए थे। निर्दलियों ने भी अपने पदों से इस्तीफे दे दिए हैं। इस्तीफे मंजूर होने के बाद नौ विधायकों के कम होने के बाद विधानसभा में 59 विधायक रह जाएंगे।