शिमला : दूरदराज क्षेत्रों से जांच करवाने के लिए अस्पतालों में आने वाली गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य विभाग होम स्टे में ठहराएगा। गर्भवती महिलाओं के लिए होमस्टे में ठहराने की व्यवस्था करने की तैयारियां चल रही हैं। होमस्टे में ठहरने के साथ इनके खाने-पीने का खर्च भी स्वास्थ्य विभाग ही उठाएगा। योजना को सिरे चढ़ाने के लिए अधिकारी प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों के नजदीक होमस्टे के संचालकों के साथ बैठक करेंगे।
प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में प्रदेश के दूरदराज इलाकों से रोजाना सैकड़ों गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य जांच करवाने के लिए आती हैं। गर्भावस्था के तीन महीने और अंतिम नौवें महीने में महिलाएं जच्चा-बच्चा की जांच करवाने के लिए अस्पताल आती हैं। अस्पतालों में भीड़ के चलते कई गर्भवती महिलाओं को उस दिन उपचार नहीं मिल पाता है।
दूरदराज क्षेत्रों से आने के कारण महिलाओं के लिए ठहरने की दिक्कतें होती हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग महिलाओं के लिए ठहरने की व्यवस्था करने जा रहा है। यही नहीं, बच्चे का जन्म होने के बाद भी महिलाएं अस्पताल जांच करने आती हैं तो उस दौरान भी उन्हें यह सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।
उधर, स्वास्थ्य सचिव एम सुधा ने कहा कि सरकार इस योजना पर काम कर रही है।