शिमला : प्रदेश में एवियन इन्फ्लूएंजा एच9एन2 वायरस के खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया है और राज्य के अस्पतालों को इस संबंध में सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां अपनाने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि अभी तक इस वायरस से राज्य में कोई संक्रमण नहीं हुआ है लेकिन इसके प्रसार को रोकने के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं।
प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी सीएमओ व बीएमओ सहित वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षकों, एमएस आदि को इसके लिए पर्याप्त प्रबंध करने और जरूरतों को पूर्ण करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड तैयार करने और ओपीडी में आने वाले सर्दी, खांसी, बुखार और निमोनिया से पीड़ित मरीजों की जांच करने के आदेश दिए गए हैं। इस वायरस का बच्चों पर विशेष प्रभाव हो सकता है और यह पुरानी बीमारियों के लक्षणों को भी बढ़ा सकता है।
एवियन इन्फ्लूएंजा के लक्षणों में अचानक बुखार आना, सूखी खांसी, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों का दर्द, गंभीर अस्वस्थता, गले में खराश और नाक बहना शामिल है। ये लक्षण 2 सप्ताह तक रह सकते हैं। ऐसे में न केवल अस्पतालों को तैयार रहने के लिए कहा गया है अपितु डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन का भी सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं और वायरस की निगरानी, नमूने एकत्रित करने, जांच करने और उपचार की प्रणाली शामिल है। लोगों से भी स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां बरतने और किसी भी असामान्य लक्षण की स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता लेने की अपील की गई है।
वहीं सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस वायरस के खतरे को कम करने के लिए जागरूकता अभियान और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।