17 शराब ठेकों, होटल और करोड़ों की संपत्ति का है मालिक
हमीरपुर: जहरीली शराब मामले में नाम सामने आने के बाद हमीरपुर कांग्रेस के महासचिव नीरज ठाकुर को उनके पद से हटा दिया गया है। वहीं भाजपा ने इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस को घेरना भी शुरू कर दिया है। जिला कांग्रेस हमीरपुर के अध्यक्ष राजेंद्र जार ने बताया कि जांच में नाम सामने आने के बाद नीरज को जिला महासचिव के पद से हटा दिया है। 2011 से 2016 पंचायत उपप्रधान रहने के बाद नीरज लंबे समय से जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यक्रमों में भाग लेकर हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के दावे करते रहे हैं।
व्यावसायिक कांप्लेक्स में दबिश देकर शराब की नौ पेटियां बरामद करने के बाद नीरज को शनिवार शाम को चंडीगढ़ से हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि नीरज भागने की फिराक में था। उसे शहर न छोड़ने की हिदायत दी थी लेकिन वह चंडीगढ़ पहुंच गया, जहां पंजाब में तैनात एसआईटी ने उसे दबोच लिया। सूत्र बता रहे हैं कि नीरज को एसआईटी मुख्य सरगना बना सकती है। भाजपा ने इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस को घेरना भी शुरू कर दिया है। नीरज के यहां से पकड़ी शराब का मिलान सुंदरनगर में शराब पीने से हुई सात लोगों की मौत के मामले से किया जा रहा है।
एसआईटी ने कांग्रेस नेता की संपत्तियों का रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक कुछ साल पहले यह एक शराब ठेके पर सेल्समैन के तौर पर काम करता था। वर्तमान में उसके पास लंबलू में एक बहुमंजिला होटल है। चंडीगढ़ में कोठी है। जिला भर में 17 शराब ठेकों का मालिक है। लग्जरी कारें भी हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि एक शराब ठेके पर सेल्समैन महज आठ से दस सालों में कैसे होटल, लग्जरी गाड़ियों और शराब ठेकों का मालिक बन गया।