हल्द्वानी के गौलापार में दृष्टिबाधित बच्ची से यौन शोषण के मामले में नेशनल एसोसिएशन फार द ब्लाइंड (NAB) नवाड़खेड़ा के महासचिव एवं संचालक श्याम धानक की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। संस्थान की ही एक और छात्रा ने धानक पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
एक और छात्रा ने लगाए गंभीर आरोप
पुलिस की पूछताछ में दूसरी पीड़िता ने भी श्याम धानक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्रा ने बताया कि वह उसके साथ अश्लील हरकत करता था। इसके साथ ही इसकी जानकारी किसी को भी न देने के लिए धमकाता था।
पुलिस जल्द ही पीड़िता के बयान भी लेगी। पुलिस की टीम ने बीते बुधवार को नेशनल एसोसिएशन फार द ब्लाइंड (NAB) नवाड़खेड़ा पहुंचकर अन्य छात्राओं के बयान भी लिए।
मामले में जिलाधिकारी की ओर से बनी समिति ने जांच रिपोर्ट डीएम को भेज दी है। बताया जा रहा है कि धानक की पहुंच बड़े-बडे़ राजनेताओं से है। वो इसी बात का फायदा उठाकर लम्बे समय से इस संस्था का संचालन कर रहा था।
ये है पूरा मामला
दृष्टिबाधित बच्चियों ने नैनीताल के एसएसपी को शिकायती पत्र दिया था। जिसमें उन्होंने संस्थान के संचालक श्याम धानक (60) निवासी हल्द्वानी दमुवाढूंगा बंदोबस्ती पर बच्ची के यौन शोषण के आरोप लगाए थे। मामले में एसएसपी से शिकायत के बाद काठगोदाम पुलिस ने आरोपी को बीते 13 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया था
बता दें श्याम धानक पिछले लंबे समय से मूकबधिर और दृष्टिबाधित बच्चों की आवासीय संस्था का संचालन कर रहा था। बीते जुलाई में संस्थान की छात्रा ने उस पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। जांच में पता चला की आरोपी बच्चियों को ये बातें किसी को न बताने के लिए धमकाता था।
यौन शोषण का विरोध करने पर आरोपी मासूमों के साथ मारपीट भी करता था और उन्हें खाना भी नहीं दिया जाता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक बच्चियों के पास मोबाइल फोन या संचार का कोई अन्य साधन नहीं रहता था। इसलिए वहां की बालिकाओं ने किसी तरह से किसी व्यक्ति के माध्यम से जुलाई में एक पत्र पुलिस को भिजवाया।
सीएम धामी ने लिया मामले का संज्ञान
मामले का प्रकाश में आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संज्ञान लिया है। सीएम ने मामले को गंभीर बताते हुए प्रदेश में संचालित होने वाले सभी आवासीय शैक्षणिक संस्थाओं में सघन निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। ताकि इस तरह की घटना प्रदेश में फिर न हो सके।