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सरकारी मिशनरी का दुरुपयोग, पर कांग्रेस नेता रैली से गायब, एक साल विफलता और इंतजार का : रणधीर

By Sandhya Kashyap

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Summary

शिमला : भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मीडिया विभाग के प्रभारी रणधीर शर्मा ने कहा एक साल विफलता और इंतजार का। वर्तमान कांग्रेस सरकार का 1 साल निराशाजनक रहा और इस 1 साल में जनता को अनेकों विफलताएं देखने को मिली। इस सरकार में प्रत्येक वर्ग ने केवल मात्र इंतजार ...

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शिमला : भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मीडिया विभाग के प्रभारी रणधीर शर्मा ने कहा एक साल विफलता और इंतजार का। वर्तमान कांग्रेस सरकार का 1 साल निराशाजनक रहा और इस 1 साल में जनता को अनेकों विफलताएं देखने को मिली। इस सरकार में प्रत्येक वर्ग ने केवल मात्र इंतजार करने का कार्य किया। महिलाओं ने प्रति माह 1500 रु, युवाओं ने नौकरियों का, किसान बागबानो ने फसल के दाम  तय करने का और गोबर दूध खरीद का इंतजार किया। यहां तक की मंत्रियों ने लंबे समय तक अपने मंत्री पदों का भी इंतजार किया।

उन्होंने कहा की वर्तमान कांग्रेस सरकार को 2 मंत्री बनने में 1 साल का समय लग गया, फिर भी एक मंत्री पद खाली है इस एक पद खाली रहने से कई नेताओं की धड़कन बड़ जायेगी।  उन्होंने कहा कि आने वाले समय में चेयरमनों की नियुक्तियों पर भी लंबा इंतजार का संकेत हो रहा है। पर जो नियुक्तियां उन्होंने सीपीएस के माध्यम से करी वह आज भी संविधानिक है।

उन्होंने कहा 12 महीने में 12 जन विरोधी निर्णय, इस सरकार ने 12 महीने में हर महीने 1 जन विरोधीनिर्णय लिया है। चाहे डीजल महंगा करना, अनाज महंगा, मंदिरों पर टैक्स, आउटसोर्स नौकरियों के लोगों को निकालना और अनेकों प्रकार के निर्णय जिससे जनता को परेशानी हुई जैसे राजस्व संबंधित फीस बड़ा कर जनता को परेशान करना आदि ।

1 साल में ऐसा इस सरकार ने कुछ भी काम नहीं किया जिससे उनको जश्न मनाने का अधिकार मिले। पर आपदा के समय में यह लोग अपनी जनता का ख्याल भी नहीं रख सके और उसके बावजूद जश्न मनाया गया। इससे ऐसा लगता है कि जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचा है। आपदा के समय अभी तक ऐसे लोगों को जमीन तक नहीं प्राप्त हुई, जिन्होंने अपनी जमीन खो दी थी।

सरकार ने अपनी रैली को सफल बनाने के लिए सरकारी मशीनरी का जम कर दुरुपयोग किया, भीड़ जुटने के लिए एचआरटीसी और विभिन्न विभागों का दुरुपयोग किया गया। यहां तक की सरकारी कर्मचारियों का भी उपयोग किया गया। परंतु रैली में भीड़ तो जुटी नहीं पर उनके वरिष्ठ नेता सरकारी रैली से गायब रहे। प्रियंका गांधी रैली में क्यों नहीं आई यह आज भी एक बड़ा सवाल है। रैली के दौरान कांग्रेस पार्टी में खेमे बाजी भी चमके दिखाई दी।