कंवर ठाकुर/शिलाई:- दशकों से चली आ रही गिरिपार को जनजातीय की मांग को लेकर क्षेत्र में आन्दोलन तेज हो गए है, विश्राम गृह शिलाई में प्रदीप सिंगटा की अध्यक्षता में सिरमौर हाटी विकास मंच की बैठक हुई है, बैठक में आन्दोलन को तेज करने के लिए आगामी रणनीतियों पर चर्चा की गई है, तथा विश्राम गृह के बहार अधिकार नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाये।
सिरमोर हाटी विकास मंच के अध्यक्ष ने बताया कि 1985 में केन्द्रीय हाटी समिति का गठन किया गया है, तब से लेकर हाटी समिति गिरिपार को जनजातीय दर्जा दिलाने की लड़ाई लगातार लड़ रही है, कई बार हाटी समिति का डेलिगेशन केन्द्रीय सरकार से मिल चूका है, तथा सरकार द्वारा मांगे गए दस्ताबेजों को भी समय-समय पा सरकार को प्रेषित किए है।
वीरेंदर शर्मा हाटी ने बताया कि लंबित पड़ी गिरिपार जनजातीय मांग के आन्दोलन को और तेज कर दिया गया है, क्षेत्र के अन्दर गाँव गांव के अन्दर हाटी खुम्ब्ली का आयोजन किया जा रहा है, अपने अधिकार कि लड़ाई के लिए क्षेत्र के हर व्यक्ति को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है, गिरिपार के अंतर्गत 144 पंचायतें, दो विधानसभा क्षेत्र में लगभग तीन लाख की जनता आने वाले चुनाव तक हाटी की मांग पर कोई निर्णय न निकलने पर पक्ष व विपक्ष में बैठे नेताओ का वहिष्कार किया जायेगा।
बैठक में सिरमौर हाटी विकास मंच महासचिव अतर सिंह तोमर, लीगल सलाहकार एडवोकेट श्याम सिंह चौहान, धनवीर ठाकुर, भीम सिंह चौहान, ओमप्रकाश शर्मा, अतर सिंह नेगी, मोहर सिंह चौहान,रणदीप खाजटा, विक्की अधिवक्ता, राजेश,नरेंद्र चौहान, चतर सिंह, यशपाल आदि उपस्थित रहें।