17.5 किलोमीटर लंबे बाईपास पर करीब 700 करोड़ रुपये खर्च होंगे, मटौर से रानीताल तक पहले चरण के फोरलेन की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है
बिलासपुर: फोरलेन के निर्माण की कवायद तेज हो गई है। कांगड़ा के रानीताल से हमीरपुर तक 1,146 करोड़ की लागत से फोरलेन बनेगा। इसका काम नागपुर की एनजी कंपनी को सौंपा गया है। 37 किलोमीटर लंबे फोरलेन के इस दूसरे चरण को एमओयू साइन होने के बाद दो साल के भीतर बनाना होगा। इस मार्ग को डबल लेन विद पेव्ड सोल्डर बनाया जाएगा। इसमें दो पहिया वाहनों के लिए दोनों ओर अलग लेन होगी।
मटौर से रानीताल तक के पहले चरण के फोरलेन की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है। कोरोना काल के बाद मटौर-शिमला फोरलेन के निर्माण के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने तेजी ला दी है। हमीरपुर के मट्टन सिद्ध-सिलवान बाईपास के लिए टेंडर निकाल दिया है। 17.5 किलोमीटर लंबे बाईपास पर करीब 700 करोड़ रुपये खर्च होंगे। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद एनएचएआई निर्माण कार्य शुरू कर देगा। यह बाईपास भी डबल लेन होगा और दोनों ओर दोपहिया वाहनों के लिए अलग लेन बनेगी।
नौणी-शालाघाट पैच को बनाने की प्रक्रिया भी तेज हो गई है। इस फोरलेन का डिजाइन तैयार किया जा चुका है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। मटौर-शिमला फोरलेन के परियोजना निदेशक विक्रम मीणा ने बताया की रानीताल-हमीरपुर डबल लेन का टेंडर एनजी कंपनी के नाम पर खुला है। इसी तरह हमीरपुर बाईपास का टेंडर 13 मई को खुलेगा।