डेस्क: क्रिश्चियन समाज ने एक अनुठी पहल की है। शवों को दफनाने के लिए देश में पहली बार चार मंजिला कब्र (लेयर्ड ग्रेव) बनवाई है। इंदौर के कंचनबाग स्थित क्रिश्चियन समाज के कैथोलिक कब्रिस्तान में ऐसी 64 कब्र बनाई गई है, जो 15 फीट गहरी, साढ़े चार फीट चौड़ी और साढ़े छः फीट लंबी हैं। इस कब्र में कुल पांच लेयर है। जिसमें सबसे नीचे खाली जगह छोड़ी गई है। उसके ऊपर एक के बाद एक चार शव दफनाए जा सकेंगे। इन ताबूतों के बीच के गैप को फर्श करके भरा जाएगा। इतना ही नहीं 25 साल बाद जब चारों कब्र भर जाएंगे तो ताबूत में रखे अवशेष को सबसे नीचे छोड़ दिया जाएगा।
बिशप डॉक्टर टी जे चाको ने नवभारत टाइम्स से बात करते हुए बताया कि संभवत देश में पहली बार इस तरह का प्रयोग किया गया है। जहां एक के बाद एक चार शव दफनाए जा सकेंगे।
चाको ने कहा कि जगह की बढ़ती समस्या और समाज से सलाह लेने के बाद यह प्रयोग किया गया है। समाज के लोगों का कहना है कि पहले शव को दफनाते वक्त उसमें लोग मिट्टी डालते थे, इससे एक तरह का भावनात्मक जुड़ाव होता था। इस नए तरीके से अब विदाई फूलों से दी जाएगी। आधुनिक परिस्थितियों को देखते हुए इसमें कुछ भी विरोधाभास नहीं है। पहले मिट्टी के कब्र में एक शव को ही दफनाया जाता था। लेकिन इस तरह के प्रयोग से हम एक ही कब्र को कई बार प्रयोग में ला सकते है।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कब्रिस्तान में जगह की कमी ना हो इसलिए हमने इंजीनियरों की सलाह से 64 कब्र बनवाएं हैं। इन 64 कब्र में 256 शव दफनाए जा सकेंगे। एक शव को डी कंपोस्ट होने में लगभग छः साल का समय लगता है। ऐसे में चार शवों को डीकंपोस्ट होने में 24 साल लगेंगे। उसके बाद फिर इन कब्रो का इस्तेमाल किया जा सकेगा।