शिमला : हिमाचल प्रदेश पुलिस बल के इतिहास में पहली महिला बिगुलर्स को शामिल करने की घोषणा की है। वर्तमान में तीन महिला कांस्टेबल शिवानी, श्वेता और नीशू हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह में बेसिक बिगुलर कोर्स कर रही हैं। वहीं, कई अन्य महिला कांस्टेबल इस कोर्स में रुचि दिखा रही हैं और जल्द ही उन्हें भी शामिल होने की उम्मीद है।
पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि यह अभूतपूर्व उपलब्धि लैंगिक समानता और समावेशिता के प्रति विभाग की प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। अब तक बिगुलर एक पुरुष प्रधान शिल्प हुआ करता था। बिगुल बजाने के लिए फेफड़ों की बहुत अधिक शक्ति, गहरी सांस, शारीरिक एवं मानसिक नियंत्रण की आवश्यकता होती है। बिगुल एक महत्वपूर्ण सैन्य उपकरण है, जहां बिगुल का उपयोग शिविर की दैनिक दिनचर्या को इंगित करने के लिए किया जाता है
कुंडू ने कहा कि पुलिस बल में महिला बिगुलर्स को शामिल करना न केवल विविधता के प्रति विभाग के समर्पण को उजागर करता है, बल्कि पुलिस बल में इच्छुक महिलाओं के लिए एक प्रेरणा के रूप में भी काम करता है। पहली महिला बिगुलर्स के साथ विभाग ने लैंगिक रुढ़िवादिता को तोड़ने और एक समावेशी संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पुलिस महानिदेशक ने इस महत्वपूर्ण पहल के लिए पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह के प्रधानाचार्य एवं डीआइजी बिमल गुप्ता को बधाई दी है।