डेस्क: 2023 में धरतीवासियों को चार सुपरमून देखने को मिलेंगे, जिसमें से पहला जुलाई में आज नजर आएगा। यह इस साल के अन्य फुल मून की तुलना में अधिक चमकीला और बड़ा होगा। धरती से पूर्ण चंद्रमा (फुल मून), जिसे भारत में पूर्णिमा भी कहा जाता है, का नजारा सोमवार 3 जुलाई को नजर आएगा। साफ मौसम में इसे बिना किसी वैज्ञानिक उपकरण के भी देखा जा सकता है। यह फुल मून धरती से करीब 3,61,934 किमी दूर देगा। आध्यात्मिक महत्व की बात करें तो भारत में हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म के लोग इस दिन को ‘गुरु पूर्णिमा’ के रूप में मना रहे हैं।
जुलाई में नजर आने वाले फुल मून को ‘बक मून’ (Buck Moon) या ‘थंडर मून’ (Thunder Moon) भी कहा जाता है। जुलाई में आमतौर पर नर हिरणों के नए सींग निकल आते हैं इसलिए इसे बक मून कहते हैं। अलग-अलग जगहों पर अपनी परंपराओं के अनुसार स्थानीय लोग इसे अलग नामों से जानते हैं। अमेरिका में कुछ जगहों पर गर्मियों में नजर आने की वजह से इसे ‘हॉट मून’ भी कहते हैं।
ज्यादातर हर साल 12 फुल मून नजर आते हैं लेकिन इस बार धरतीवासियों को 13 बार पूर्ण चंद्रमा देखने को मिल रहा है। अगस्त में दो बार सुपरमून का नजारा दिखाई देगा। इस दौरान ‘ब्लू मून’ भी नजर आएगा जो इस साल पृथ्वी का सबसे निकटतम चंद्रमा होगा। 2023 का चौथा और आखिरी सुपरमून 29 सितंबर को दिखाई देगा। जब आसमान में चंद्रमा आम दिनों की तुलना में थोड़ा बड़ा दिखाई देता है तो इसे ‘सुपरमून’ कहते हैं।
सुपरमून को देखने का सबसे अच्छा समय इसके निकलने या डूबने का होता है। इस समय यह आसमान में सबसे बड़ा दिखाई देता है। अगर आसमान में बादल नहीं हैं, जो अक्सर जुलाई में होते हैं, तो सुपरमून को बिना किसी उपकण के भी देखा जा सकता है। अन्यथा बेहतर नजारे के लिए दूरबीन या टेलिस्कोप का इस्तेमाल किया जा सकता है। खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए यह एक अच्छा मौका है।