शिमला : राज्य के सरकारी स्कूल में स्कूली बच्चों को ऑफलाइन नीट मॉक टेस्ट करवाने के लिए शिक्षा विभाग निशुल्क सुविधा देने जा रहा है। इसके लिए भी छात्र जो अभी जमा एक और जमा दो की परीक्षा देने के बाद नीट की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए ये टेस्ट करवाया जाएगा। इसके लिए उच्च शिक्षा निदेशक डॉ अमरजीत शर्मा की ओर से सभी डिप्टी डायरेक्टर को निर्देश जारी किए गए हैं।
इन आदेशों में कहा गया है कि स्कूल इस ऑफलाइन मॉक टेस्ट के लिए अपने स्तर पर पूरे इंतजाम करें। एग्जाम के लिए छात्रों की प्रवेश परीक्षा होनी है। 8 अप्रैल से 29 अप्रैल के बीच 4 चरणों में यह मॉक टेस्ट होगा। इसमें बच्चों को नीट परीक्षा के बारे में कोचिंग दी जाएगी। दरअसल शिक्षा विभाग का मानना है कि किसी भी परीक्षा से पहले छात्र पूरी मेहनत के साथ परीक्षा की तैयारी करते हैं। अधिकतर छात्र तैयारी के लिए जहां कोचिंग सेंटर में दाखिला लेते हैं, वहीं कई छात्र ऐसे भी होते हैं, जो सेल्फ प्रिपरेशन कर परीक्षा देना पसंद करते हैं। हालांकि आज के समय में परीक्षा से पूर्व एक तरीका जो दोनों में कॉमन है वह मॉक टेस्ट है।
ऐसे बहुत से उम्मीदवार हैं जो ज्ञानी और प्रतिभावान हैं, लेकिन परीक्षा के समय वह इसके दबाव में पूरी तरह बिखर जाते हैं और सफलता हासिल नहीं कर पाते। इसका प्रमुख कारण होता है अभ्यास में कमी। ऐसे में मॉक टेस्ट बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाता है। मॉक टेस्ट में असली परीक्षा की तरह ही निगेटिव मार्किंग किया जाता है, इससे समय पर पकड़ बनाने के साथ यह भी तय कर सकते हैं कि क्या लिखना है और क्या छोडऩा है।
8 मई से निशुल्क कोचिंग का बैच बैठेगा, ऐसे में शिक्षा विभाग ने सभी स्कूल प्रधानाचार्यों को उक्त निशुल्क कोचिंग के लिए ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों की भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा है। इसके साथ ही स्कूलों को इस टैस्ट के लिए अभी से तैयारी शुरू करने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिन स्कूलों में पर्याप्त कम्प्यूटर नहीं हैं, वहां विद्यार्थी इस टैस्ट के लिए अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर सकते हैं। शिक्षक की निगरानी में यह टैस्ट लिया जाएगा।