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ज्योति शर्मा सैलून से हर महीने कर रही हजारों की कमाई, महिलाओं के लिए बनी मिसाल 

By Sandhya Kashyap

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Summary

नाहन : देवका पुड़ला पंचायत की देवका गांव की 37 वर्षीय ज्योति शर्मा उन महिलाओं के लिए मिसाल बनी हुई है जो आर्थिक तंगी के बावजूद अपने घर-संसार तक ही सीमित हैं। उन्होंने ऐसी महिलाओं को प्रेरित करने के लिये स्वयं का ब्यूटी पार्लर खोल कर आज 30  से 50 ...

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नाहन : देवका पुड़ला पंचायत की देवका गांव की 37 वर्षीय ज्योति शर्मा उन महिलाओं के लिए मिसाल बनी हुई है जो आर्थिक तंगी के बावजूद अपने घर-संसार तक ही सीमित हैं। उन्होंने ऐसी महिलाओं को प्रेरित करने के लिये स्वयं का ब्यूटी पार्लर खोल कर आज 30  से 50 हजार रुपये की कमाई कर रही हैं जो मिसाल बनी हुई है । ज्योति शर्मा ने बताया कि शादी के बाद घर पर बैठने की बजाये उन्होंने अपने पुराने शौक  पर आगे बढ़ने का निर्णय लिया।

ज्योति ने वर्ष 2012 में ब्यूटीशियन का कार्य करना आरम्भ किया था। उन्होंने हाल में ही 2022 में यूको आरसेटी संस्थान से 30 दिन का निःशुल्क ब्यूटिशियन का कोर्स किया है। शुरूआत उन्होंने होम सर्विस के माध्यम से की और धीरे-धीरे उनका यह शौक बढ़ता गया और आज वह अपना पार्लर चलाती हैं।

  मुख्यालय नाहन शहर की एक तंग सी कुम्हार गली में ज्योति का अपना ‘‘वृंदा ब्यूटी पार्लर’’ के नाम से विख्यात है। मुख्य मार्ग से दूर होने के कारण कस्टमर को दुकान तक पहुंचने में दिक्कतें तो आती हैं। बावजूद इसके अभी भी अपनी कुशलतापूर्वक कार्य के दम पर उनके वहां काफ़ी भीड़ रहती है। ज्योति का सपना है,कि वो अपना एक ग्रेंड सैलून  खोले जहां पर अपना शौक भी पूरा करे और उसकी आमदनी में भी इजाफा हो। वो चाहती है कि वह अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट में अपने पति को भी साथ रखे। इसके वो अपने पति भी ब्यूटीशियन का कोर्स करवाएंगी ताकि नये प्रोजेक्ट में दोनों साथ मिलकर कार्य कर सकें। 

उन्होंने बताया कि वर्तमान में कई लोग ब्यूटिशियन का कार्य के लिए सही प्रकार से प्रशिक्षित नहीं है। यह कार्य काफी संवेदनशील और रिस्की भी है जिसका सीधा नुकसान महिला अथवा पुरूष की त्वचा को होता है। उन्होंने बताया कि वह कई स्वयं सहायता समूहों से भी जुड़ी हैं जो महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करती है। महिलाओं के लिए अपने संदेश में ज्योति कहती है कि काम करने की इच्छा हो तो कुछ भी मुश्किल नहीं है, हाउस वाईफ को केवल घर की चार दिवारी तक सीमित नहीं रहना चाहिए।

    बता दें कि  यूको आरसेटी संस्थान यानि ग्रामीण स्वरोजगार  भारत सरकार के ग्रामीण मंत्रालय की ओर से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई प्रकार के कोर्स चला रहे हैं जिसमें से ब्यूटीशियन भी एक कोर्स है। जिसका कार्यालय नाहन में आईटीआई के समीप ही मुख्य मार्ग पर स्थित है। यहां पर करीब कई प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान किये जा रहे हैं। महिलाओं को ब्यूटीशियन  के अलावा सिलाई-बुनाई आदि कोर्स भी करवाये जाते हैं। डिमांड के अनुसार आवासीय कोर्स भी चलाए जाते हैं जहां पर खाने-पीने और ठहरने की निशुल्क सुविधा संस्थान की ओर से रहती है।

      उपायुक्त सिरमौर एवं यूको आरसेटी के अध्यक्ष आर.के. गौतम ने बताया कि सिरमौर जिला में महिलाएं निरंतर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं। हम ज्योति को उनके इस कार्य के लिए बधाई देते हैं और अन्य महिलाओं से भी आग्रह करते हैं कि आप लोग भी स्वयंरोजगार के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाएं और स्वरोजगार से जुड़े कार्य आरंभ करें। 

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