शिमला : मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के आश्वासन के बाद हिमाचल प्रदेश चिकित्सक संघ संयुक्त संघर्ष समिति ने छह दिन से चल रही पेन डाउन स्ट्राइक शनिवार को स्थगित कर दी है। डॉक्टर नॉन प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) को बंद करने के विरोध में हड़ताल कर रहे थे। शनिवार को संयुक्त संघर्ष समिति की मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के साथ बैठक हुई। समिति के अनुसार बैठक बहुत ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई और सभी मुद्दों पर एक-एक कर चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि भविष्य में जो भी मेडिकल ऑफिसर की नियुक्तियां होंगी, उनमें एनपीए को यथावत रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि एनपीए को बंद नहीं किया है बल्कि कुछ समय के लिए रोका है। जैसे ही नई नियुक्तियां होंगी, इसे फिर से लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जो भी चार अधिसूचनाएं हाल ही में निकाली गई थीं, उनको भी चिकित्सक वर्ग के साथ मंथन कर संशोधित कर दोबारा से अधिसूचित किया जाएगा। इसके अलावा अन्य लंबित मांगों पर जल्द कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री ने उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में कांट्रेक्ट से संबंधित विसंगतियां को दूर करने व मेडी पर्सन एक्ट में भी संशोधित पर सहमति बनी। मुख्यमंत्री के साथ बैठक में बनी सहमति के आधार पर संयुक्त संघर्ष समिति ने हड़ताल को स्थगित करने का फैसला लिया। समिति के अनुसार मुख्यमंत्री की ओर से मांगों को लेकर दिए आश्वासनों के धरातल पर उतरने के बाद ही आंदोलन को लेकर अगला निर्णय लिया लाएगा।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल व उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान भी मौजूद रहे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि डॉक्टरों की मांगों को पूरा किया जाएगा।