नाहन : जिला सिरमौर में मानसून मौसम को मद्देनजर रखते हुए उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने आज यहां जलशक्ति तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि जिला की सभी पेयजल योजनाओं एवं प्राकृतिक जल स्रोतों का समय-समय पर क्लोरीनकरण करने एवं उनमें ब्लीचिंग पाउडर डालना सुनिश्चित करें ताकि बरसात के दिनों में जल-जनित विभिन्न बीमारियों की रोकथाम की जा सके।
उन्होंने बताया कि जल के प्रदूषित होने से आंत्रशोथ, डायरिया, हैजा, पीलिया, टाइफाइड इत्यादि जल-जनित बीमारियों के फैलने की संभावनाएं उत्पन्न हो जाती है जिसके लिए उन्होंने संबंधित विभागों को ऐसी स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में डायरिया जैसी बिमारीयों के लिए दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं तथा एैसी बिमारी होने की स्थिति में रोगी को तुरन्त निकटतम स्वास्थ्य संस्थान में उपचार के लिए लाया जाना चाहिए।
उपायुक्त ने महिला एवं बाल विकास विभाग को भी निर्देश दिए कि आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से प्रत्येक घरों में क्लोरीन की गोलियां पहुंचाना सुनिश्चित करें ताकि प्रत्येक परिवार द्वारा अपने घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले पानी का क्लोरिनेशन सुनिश्चित हो सके। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से पंचायतों में लोगों को डायरिया के बारे में जागरूक करने और इसके इलाज संबंधि जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से ओआरएस तथा जिंक की गोलियों के सेवन के सही तरीके के बारे में भी लोगों को शिक्षित करने को कहा।
उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में प्राकृतिक जल स्त्रोतों, बावडियों, टैंको की सफाई करने के उपरान्त उसमें क्लोरीन की गोलियां और ब्लीचिंग पाऊडर डालना सुनिश्चित करें जिसके लिए संबन्धित पंचायत, महिला एवं युवक मण्डलों की सहायता ली जाए। उन्होंने शिक्षा विभाग को स्कूलों के जल भण्डारण टैंकों की सफाई को भी सुनिश्चित करने तथा बच्चों को साफ-सफाई के महत्व के बारे में शिक्षित करने के आवश्यक निर्देश जारी किए।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को प्रतिदिन डायरिया से संबंधित मामलों की निगरानी करने के निर्देश देते हुए कहा कि ऐसा मामला आते ही तुरंत कार्रवाई करें। इस अवसर पर जिला में कार्यरत सभी चिकित्सा खण्डों के खण्ड चिकित्सा अधिकारी व संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।