डेस्क: दिल्ली में बरसात के बाद बाढ़ ने लोगों की पहले ही परेशानी बढ़ा रखी है। अब डेंगू के मामले भी बढ़ने लगे हैं। पिछले तीन दिनों में शहर भर के अस्पतालों में भर्ती होने वाले डेंगू रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कई अस्पतालों रोजाना डेंगू के तीन-चार मामले दर्ज हो रहे हैं। इससे संकेत मिल रहा है कि डेंगू के मामलों में तेजी शुरू हो गई है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दिनों में बाढ़ का पानी कम होने पर डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। स्थिति यह है कि जून की तुलना में जुलाई में डेंगू डबल स्पीड से बढ़ रहा है। इस साल जुलाई तक डेंगू के 103 मामले सामने आ चुके हैं।
अस्पतालों में बढ़ने लगे मरीज
मैक्स हेल्थकेयर, साकेत के डॉ. रोमेल टिक्कू ने कहा कि डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से हम बुखार के ऐसे मरीजों को देख रहे हैं जिनके डेंगू के नतीजे पॉजिटिव हैं। बारिश के बाद इसकी उम्मीद थी। इस बात की प्रबल संभावना है कि आने वाले दिनों में ऐसे मामलों में अस्पताल में भर्ती होने की संख्या बढ़ सकती है। लोक नायक अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि पिछले तीन दिनों में दो बच्चों सहित पांच मरीजों को डेंगू वार्ड में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी हालत स्थिर है। वे ठीक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे मामलों में किसी भी वृद्धि से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
इस साल अब तक 163 केस
इस साल 18 जुलाई तक एमसीडी के अस्पतालों में डेंगू के 103 मामले सामने आ चुके हैं। पिछले सप्ताह में दिल्ली में डेंगू के 27 मामले दर्ज किए गए। इसके साथ ही डेंगू के कुल मामले 163 हो गए। शहर में पिछले साल डेंगू के 158 केस सामने आए थे। साल 2021 में डेंगू के 40 और साल 2020 में डेंगू के 28 मामले थे। डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए एमसीडी ने बाढ़ प्रभावित और निचले इलाकों में फॉगिंग को तेज कर दिया है।
किसे अस्पताल में एडमिट कराने की जरूरत
- पेट में तेज दर्द
- लगातार उल्टी
- सांस तेज चलना
- मसूड़ों और नाक से खून आना
- थकान
- बेचैनी
- खून या मल में उल्टी
डेंगू के लिए परिस्थितियां अनुकूल है
सफदरजंग अस्पताल में पिछले 24 घंटों में दो बच्चों समेत चार डेंगू मरीज अस्पताल में भर्ती के लिए आए हैं। डॉक्टरों ने कहा, उनकी हालत स्थिर है। डॉक्टरों के अनुसार, जनता के लिए सतर्क रहना और डेंगू बुखार से संबंधित किसी भी लक्षण का अनुभव होने पर तत्काल मेडिकल हेल्प लेना आवश्यक है। दिल्ली और उष्णकटिबंधीय जलवायु वाले अन्य क्षेत्रों में मानसून के मौसम के दौरान डेंगू का प्रकोप पूरी तरह से असामान्य नहीं है। इस समय के दौरान गर्म और आर्द्र परिस्थितियाँ एडीज मच्छर के लिए अनुकूल प्रजनन भूमि बनाती हैं, जो डेंगू वायरस फैलाता है।
इन बातों का रखें ध्यान
- यदि आपको बुखार हो तो पहले 48 घंटे के भीतर डेंगू की जांच कराएं।
- पेनकिलर का यूज ना करें।
- अधिक पानी पीएं।
- शरीर को अच्छी तरह से ढंक कर रखें। पजामा और पूरी बाजू का कपड़ा पहनें।
अभी खतरे का अनुमान लगाना मुश्किल
धर्मशिला नारायण सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. गौरव जैन ने कहा, वर्तमान में हम हर दिन डेंगू के दो-तीन मामले देख रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में, हमारे अस्पताल ने 14 मामलों का इलाज किया है। इस बिंदु पर, डेंगू से होने वाले नुकसान के सटीक स्तर का आकलन करना मुश्किल है। हालांकि, हम उपलब्ध तनाव की गंभीरता और प्रभाव को समझने के लिए रोगियों और उपचार के प्रति उनकी प्रतिक्रिया की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं, जिसका अब तक टेस्ट नहीं किया गया है। अपोलो इंद्रप्रस्थ अस्पताल में, इंटरनल मेडिसीन के सीनियर कंसल्टेंट, डॉ. सुरनजीत चटर्जी ने कहा कि पिछले दो दिनों में दो मरीजों को उनकी निगरानी में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा, “संख्या अब बढ़नी शुरू हो सकती है। जिन इलाकों में पानी जमा है, वहां से डेंगू और मलेरिया के मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि उनके एक मरीज में प्लेटलेट काउंट कम बताया गया था। इसलिए सावधान रहने की जरूरत है।