Dehradun के डोभाल चौक में शनिवार देर रात हुए गोलीकांड के बाद मृतक और घायलों के परिजनों के साथ ही स्थानीय लोग भी सड़कों पर उतर आए हैं। मंगलवार को आक्रोशितों ने सड़क जाम कर आरोपियों के लिए फांसी की सजा और उनके घर पर बुलडोजर चलाने की मांग कर धरना प्रदर्शन किया।
आक्रोशितों ने Dehradun में किया आरोपी के घर पर पथराव
दोपहर होते होते आक्रोशित भीड़ आरोपी सोनू भारद्वाज निवासी नेहरू ग्राम के घर पहुंच गई। भीड़ ने आरोपी के घर पर पथराव कर तोड़फोड़ की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ पर काबू पाने का प्रयास किया। लेकिन आक्रोशित लोग नहीं माने। पुलिस ने फिलहाल भीड़ को मौके से भगा दिया है। बता दें पुलिस गोलीकांड मामले में फायर झोंकने वाले आरोपी को राजस्थान से अरेस्ट कर चुकी है।
Dehradun गाड़ी को वापस मांगने पर हुआ था विवाद
Dehradun में घायलों से पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि देवेंद्र कुमार उर्फ सोनू भारद्वाज पुत्र इन्द्र कुमार शर्मा व मोनू भारद्वाज पुत्र इन्द्र कुमार शर्मा निवासी रायपुर ब्याज का काम करते थे। जिसके घर में कुछ दिनों से रामवीर निवासी मुजफ्फरनगर, योगेश निवासी मेरठ, मनीष निवासी पटना रह रहे थे।
Dehradun पुलिस द्वारा दी जानकारी के अनुसार रामवीर के खिलाफ हत्या के कई मुक़दमे दर्ज हैं। इनका एक अन्य मित्र अंकुश निवासी शिवलोक कालोनी भी उनके साथ था। चारों व्यक्ति समय-समय पर सोनू भारद्वाज के घर आया-जाया करते थे। शनिवार को सागर यादव पुत्र दिनेश यादव निवासी नेहरू ग्राम ने एक वाहन टाटा स्ट्रोम को सोनू के घर के पास सवा चार लाख रूपये में गिरवी रख कर गया था।
वाहन मालिक की रजामंदी के बिना गाड़ी को रखा था गिरवी
वाहन का मालिक दीपक बडोला था, जिसकी बिना रजामंदी से सोनू ने वाहन को गिरवी रख दिया था। दीपक बडोला को जानकारी होने पर उसने सागर यादव से अपना वाहन मांगा तो शम्भू यादव ने दीपक बडोला को गाली गलौच व वाहन वापस न करने की धमकी दी। जिस पर दीपक ने सोनू भारद्वाज से अपना वाहन वापस मांगने के लिए संपर्क किया पर सोनू ने भी वाहन देने से मना कर दिया।
दीपक ने ये सारी बात अपने जानने वाले सुभाष क्षेत्री, मनोज नेगी व अन्य लोगों को बताई और शनिवार रात को दीपक, संजय क्षेत्री व मनोज नेगी के साथ अपना वाहन वापस मांगने सोनू भारद्वाज के घर गया। घर के पास सोनू, मोनू, रामवीर, मनीष. अंकुश, योगेश द्वारा उन पर फायरिंग कर सुभाष क्षेत्री, मनोज नेगी और दीपक को गम्भीर रूप से घायल कर दिया।
जिसके बाद सुभाष क्षेत्री को उसके परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे। इसके साथ ही मनोज नेगी को पुलिस द्वारा उपचार के लिए जिला अस्पताल भिजवाया गया। फायरिंग में तीसरे घायल दीपक बडोला को शव सोमवार सुबह डोभाल चौक के पास नाले में पड़ा मिला। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।