HomeOnline Quizस्वास्थ्यशिक्षा/नौकरीराजनीतिसंपादकीयबायोग्राफीखेल-कूदमनोरंजनराशिफल/ज्योतिषआर्थिकसाहित्यदेश/विदेश

----

दलाई लामा ने चीन को चिढ़ाया, मंगोलियाई बच्चे को बनाया बौद्ध धर्म का तीसरा सबसे बड़ा धर्मगुरु

By Sushama Chauhan

Verified

Updated on:

Follow Us

नई दिल्ली: बौद्ध धर्म के सर्वोच्च नेता दलाई लामा ने अमेरिका में पैदा हुए मंगोलियाई बच्चे को तिब्बती बौद्ध धर्म में तीसरे सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक नेता का दर्जा दिया है। यह बच्चा दलाई लामा और पंचेन लामा के बाद बौद्ध धर्म का तीसरा सबसे बड़ा धर्मगुरु बना है। इस बच्चे की उम्र 8 साल बताई जा रही है। बौद्ध धर्म में धर्मगुरुओं के पुनर्जन्म का खास महत्व है। दलाई लामा ने इस बच्चे को 10 वें खलखा जेटसन धम्पा रिनपोछे का पुनर्जन्म के रूप में मान्यता दी है।

दलाई लामा ने चीन को चिढ़ाया, मंगोलियाई बच्चे को बनाया बौद्ध धर्म का तीसरा सबसे बड़ा धर्मगुरु

तिब्बती धर्मगुरू के रूप में मान्यता देने का समारोह हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में आयोजित किया गया था। यह वही जगह है, जहां 87 साल के दलाई लामा निर्वासन में रहते हैं। तिब्बत की निर्वासित सरकार भी इसी जगह से काम करती है। मंगोलियाई रिपोर्ट्स के अनुसार, यह बच्चा जुड़वां लड़कों में से एक है। इन दोनों के नाम अगुइदाई और अचिल्टाई अल्टानार है। इनके माता-पिता का नाम अलतनार चिंचुलुन और मोनखनासन नर्मंदख है। बच्चे के पिता अलतनार चिंचुलुन एक विश्वविद्यालय के गणित के प्रोफेसर और एक राष्ट्रीय संसाधन समूह के कार्यकारी हैं। लड़के की दादी मंगोलिया की गरमजाव सेडेन पूर्व सांसद रही हैं।

मंगोलिया में जन्म बच्चे को बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक नेता के पुनर्जन्म के रूप में मान्यता देने के कदमों से चीन नाराज हो सकता है। चीन ने पहले ही जोर देकर कहा है कि वह केवल उन बौद्ध नेताओं को मान्यता देगा, जिन्हें चीनी सरकार से अनुमोदित स्पेशल टीम ने चुना हो। दलाई लामा के इस कदम से मंगोलिया में खुशी और डर दोनों देखा जा रहा है। मंगोलियाई लोगों को डर है कि दलाई लामा के इस फैसले से नाराज चीन उनके देश के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई कर सकता है। मंगोलिया पहले से ही चीनी आक्रामकता का शिकार रहा है, जिसने इनर मंगोलिया के नाम से एक बड़े हिस्से पर कब्जा जमा रखा है।

1995 में, जब दलाई लामा ने एक नए पंचेन लामा का नाम लिया, तब चीनी अधिकारियों ने उसे गिरफ्तार कर गायब कर दिया। उसकी जगह चीन ने अपने द्वारा चुने गए एक बौद्ध को पंचेन लामा के तौर पर प्रस्तुत किया। ऐसे में आशंका है कि चीन कहीं इस बच्चे के खिलाफ भी कोई आक्रामक कार्रवाई न कर दे। दलाई लामा ने खुद बताया है कि उनके निधन के बाद अगला दलाई लामा चीन या चीन नियंत्रित क्षेत्र से नहीं होगा। इससे संकेत मिलता है कि उनका उत्तराधिकारी भारत, नेपाल, भूटान या मंगोलिया जैसे किसी तिब्बती बौद्ध धर्म मानने वाले देशों से हो सकता है।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

दलाई लामा ने 2016 में मंगोलिया का दौरा किया था और घोषणा की थी कि जेटसन धम्पा का एक नया अवतार पैदा हुआ है और उसकी खोज चल रही है। इस यात्रा के बाद चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए गुस्से का इजहार किया था। चीन ने मंगोलिया को राजनयिक प्रतिक्रिया की धमकी भी दी थी। दलाई लामा को 1937 में पिछले नेता के पुनर्जन्म के रूप में पहचाना गया था जब वह सिर्फ दो साल के थे।

--advertisement--