शाहपुर, 14 अक्तूबर : सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं बच्चों के हुनर को तराशने में अहम भूमिका निभाती हैं इसके साथ ही प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर भी मिलता है। यह उद्गार विधायक केवल सिंह पठानिया ने शनिवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्याड़ा में विद्यालयों की अंडर-19 जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता का शुभारंभ करने के उपरांत प्रतिभागी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि लोक गीत, लोक नृत्य हमारी पुरातन समृद्व संस्कृति के संवाहक हैं तथा युवाओं को इन लोक गीतों तथा लोक नृत्यों के संरक्षण में अपनी अहम भूमिका निभानी होगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा के साथ साथ खेलों तथा सांस्कृतिक आयोजनों को बढ़ावा देने के लिए कारगर कदम उठा रही है ताकि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं इस योजना के कार्यान्वयन के लिए सरकार चरणबद्ध योजना के तहत 300 करोड़ रुपये व्यय करेगी। उन्होंने कहा कि यह सभी स्टेट ऑफ आर्ट स्कूल बनकर तैयार होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इन स्कूलों का चरणबद्ध तरीके से निर्माण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बच्चों के सम्पूर्ण विकास हेतु पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इनमें प्री-प्राईमरी से बारहवीं तक की शिक्षा सुविधा के साथ सभी प्रकार की इन्डोर एवम् आउटडोर खेल सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। जहाँ पानी की समुचित उपलब्धता होगी वहाँ स्वीमिंग पूल का भी प्रावधान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि देश में हिमाचल प्रदेश पहला प्रदेश बना है जिसमें अनाथ बच्चों को सरकार ने गोद ले कर उनको पालने का जिम्मा लिया है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लेकर अनाथ बच्चों की पीड़ा को मानसिक परेशानी दूर करने का ऐतिहासिक फैसला लिया।
विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्याड़ा के अतिरिक्त भवन के अधूरे कार्य को पूरा करके बच्चो को समर्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूल के कैम्पस में सोलर लाइट लगाई जाएंगी इसके साथ ही पानी की समस्या को दूर करने के लिए हैंडपंप भी स्थापित किया जाएगा।