धर्मशाला 28 जनवरी : आपसी मेलजोल को आगे बढ़ाने में सूद सभा धर्मशाला हमेशा अग्रसर रही है। इसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए इन वर्ष सूद परिवार मिलन समारोह का आयोजन रविवार को जोधामल सराय डिपो बाजार धर्मशाला में मनाया गया। इस अवसर पर राय बहादुर जोधामल कुठियाला की हिमाचल प्रदेश में पहली प्रतिमा का अनावरण मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल राय बहादुर जोधामल कुठियाला के पौत्र डॉ. अतुल सूद एवं मधु सूद की उपस्थिति में किया।
मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल ने कहा कि धर्मशाला में सूद बिरादरी का एकत्रित होकर ऐसे समारोह करवाना गर्व की बात है। इस तरह के समागमों से समूह बिरादरी को एक मंच पर एकत्रित होने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि सूद बिरादरी का गौरवमयी इतिहास है। समाज के हर क्षेत्र में सूद बिरादरी का योगदान रहा है। सूद बिरादरी के लोग शिक्षा, राजनीति और अन्य क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। सूद बिरादरी का इतिहास रहा है कि वे जहां भी रहे अपने साथ सामुदायिक विकास की गंगा भी बहाते रहे। उन्होंने न केवल अपनी बिरादरी बल्कि समूचे समाज को अपने परिवार का हिस्सा मानकर क्षेत्र के विकास में भी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने कभी मंदिर नहीं बनाए, लेकिन समाज को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों, इसके लिए सरकार की पहल की प्रतीक्षा न करते हुए स्वयं अस्पताल, स्कूल, व्यापारिक प्रतिष्ठान, सड़कें, धर्मशालाएं तथा कई अन्य विकास की योजनाएं अपने बूते आरंभ कर अपने सामाजिक दायित्वों को भी बखूबी निभाया। जिन दुर्गम तथा अति पिछड़े क्षेत्रों में विकास की लौ नहीं पहुंची थी, उन क्षेत्रों में पहुंचकर न केवल अपना कारोबार जमाया, बल्कि लोगों को रोजगार से जोड़ कर अपनी संस्कृति, ज्ञान व शिक्षा का प्रसार कर एक कनेक्टिविटी भी प्रदान की। समाज के निर्माण और विकास में अपने खर्चे से संपत्तियां निर्मित कर उन्हें जनहित में लोकार्पित करना बिरादरी की पहचान रही है। इससे पहले सूद सभा के अध्यक्ष नरेश सूद एवं मुख्य सचिव सत्यपाल सूद ने प्रदेश सरकार से धर्मशाला में सूद म्यूज़ियम बनाने की मांग उठाई। उन्होंने कहा की राय बहादुर जोधामल कुठियाला की याद में धर्मशाला में पहली प्रतिमा स्थापित की गई है।