ऊना : विधानसभा चुनाव की जिला ऊना में होने वाली मतगणना को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। मतगणना केंद्रों पर व्यवस्थाओं को पूरी तरह चाक-चौबंद कर दिया गया है। सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले तमाम पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मोर्चे पर तैनात कर दिए गए हैं।
दूसरी तरफ प्रशासन द्वारा भी मतगणना के लिए गठित की गई टीमों को अंतिम दौर की रिहर्सल के बाद पूरी तरह व्यवस्थाएं बना ली गई है। मतगणना की पूर्व संध्या पर अधिकारियों के ताबड़तोड़ दौरे मतगणना केंद्रों पर चलते रहे जिसमें व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ साथ ही अधीनस्थ कर्मचारियों को दिशा-निर्देश भी जारी किए जाते रहे। एसपी अर्जित सेन ठाकुर ने अधिकारियों के दल बल के साथ तीनों मतगणना केंद्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए।
मतगणना का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। महज कुछ ही घंटों में हिमाचल प्रदेश में वोटों की गिनती शुरु होने वाली है। विधानसभा चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न होने के बाद अब मतगणना का काम भी शांति पूर्वक ही संपन्न करवाने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग द्वारा कमर कस ली गई है। वीरवार सुबह ठीक 8:00 बजे मतगणना शुरू होगी और उससे पहले हर व्यवस्था को पूरी तरह से चाक-चौबंद किया गया है।
पुलिस अधीक्षक ऊना अर्जित सेन ठाकुर ने बुधवार को मतगणना की पूर्वसंध्या पर जिला के तीनों मतगणना केंद्रों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मतगणना को लेकर पुलिस विभाग निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश के अनुरूप हर व्यवस्था जुटा रहा है। निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश के अनुसार ही एक तरफ जहां सुरक्षा का प्रबंध किया है वहीं दूसरी तरफ मतगणना केंद्र में आने जाने के लिए मानकों के तहत ही प्रवेश दिया जा सकेगा।
दूसरी तरफ डीसी और जिला निर्वाचन अधिकारी राघव शर्मा ने बताया कि मतगणना के लिए टीम पूरी तरह से तैयार है। बुधवार को कर्मचारियों को अंतिम और दूसरे दौर की रिहर्सल मतगणना के लिए करवा दी गई है। वीरवार सुबह 8:00 बजे चरणबद्ध तरीके से ईवीएम और बैलेट पेपर की मतगणना शुरू होगी। उन्होंने कहा कि ईवीएम स्ट्रांग रूम की तीन स्तरीय सुरक्षा का सिस्टम अपनाया गया है और काउंटिंग हॉल के लिए भी इसी प्रकार 3 चरणों की सुरक्षा का घेरा प्रदान किया जाएगा ताकि सुरक्षा को पुख्ता बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि काउंटिंग सेंटर्स में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पूर्णतया प्रतिबंध होगा जबकि हर आने-जाने वाले पर भी नजर रखी जाएगी। निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए गए पहचान पत्रों के बिना किसी को भी मतगणना केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।