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खेलकूद प्रतियोगिताओं में मिड डे मिल कर्मियों की ड्यूटी तर्क संगत नहीं : CITU   

By Sandhya Kashyap

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CITU : मिड डे मिल कर्मियों का शोषण बंद करें विभाग 

CITU जिला सिरमौर कमेटी के महासचिव आशीष कुमार ने अभी हाल ही में उपनिदेशक निदेशक   जिला सिरमौर द्वारा जारी मिड डे  मिल वर्करज को स्कूल की खेलकूद प्रतियोगिताओं में भेजने का विरोध किया है । CITU जिला सिरमौर महासचिव आशीष कुमार ने कहा कि उप निदेशक द्वारा जो नोटिफिकेशन निकाली  गई है वो मिड डे  मिल कर्मियों के वर्क मैन्युअल में नहीं आता। 

खेलकूद प्रतियोगिताओं में मिड डे मिल कर्मियों की ड्यूटी तर्क संगत नहीं : CITU   

आशीष कुमार ने कहा कि जो  नोटिफिकेशन जारी की गई है उसमे किसी वर्कर को उनके नाम या स्कूल के आधार पर ड्यूटी नहीं लगाई है बल्कि एक सामान्य सी नोटिफिकेशन वर्कर्स को भ्रमित करने को जारी कर दी ।

आशीष कुमार ने कहा कि इससे पहले भी विभाग द्वारा  चुनाव के अंदर इनकी ड्यूटी लगा दी जाती  है परन्तु उसका उन्हे कोई पैसा नहीं दिया जाता जोकि की कर्मियों का शोषण है। अक्सर देखा गया है की चुनाव के समय इन कर्मियों को स्कूल के हाजिरी रजिस्टर पर अनुपस्थिति दिखाई जाती  है जोकि  तर्कसंगत  नहीं।  

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CITU जिला सिरमौर का मानना है की यदि  विभाग इस तरह से मिड डे मिल कर्मियों की ड्यूटी लगा रहा है तो विभाग उनकी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी ले। आशीष कुमार ने कहा कि यदि काम के दौरान किसी वर्कर के साथ कोई अनहोनी हो जाती है तो क्या विभाग उसकी जिम्मेवारी लेने को तैयार है या नहीं उप निदेशक  इसका जवाब दें । 

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CITU का मानना है कि यदि  विभाग इन कर्मियों की इस तरह इनके वर्क मैन्युल के इलावा काम करवाता है तो इनको श्रम  कानूनों के तहत वेतन  और अन्य स्टॉफ जिसमे अध्यापक भी जो ड्यूटी दे रहे है उनके अनुसार काम के बदले वेतन का भुगतान करें और साथ में ये भी सुनिश्चित करें की यदि कार्यस्थल पर कर्मी को कुछ हो जाता है तो विभाग उसकी पुरी जिम्मेदारी ले और साथ में जिस कर्मी की ड्यूटी लगाई जाती  है

उसको उसके नाम से ऑर्डर जारी किये जाए और उसमे कर्मी के साथ अचानक कोई अनहोनी हो जाये तो विभाग परिवार को क्या मुआवजा देगा उसका भी ऑर्डर के साथ लिखित में विवरण दिया जाए क्यूंकि अक्सर देखा जाता है की इस तरह ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को सरकार बाद  में कुछ नहीं देती। 

CITU जिला महासचिव आशीष कुमार ने कहा कि उप शिक्षा निदेशक द्वारा  दिया गया ये ऑर्डर तर्क संगत  नहीं है इस जिम्मेवार पद  पर बैठे व्यक्ति को इस तरह के कार्य व्यव्हार से  बचना चाहिए और विभाग मे सबसे कम वेतन पर काम कर रहे कर्मियों को शोषण करने की मंशा का त्याग करना चाहिए