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देशभक्ति के गीत सुनाकर बच्चों ने शहीद सुरजीत को किया याद  

By Sandhya Kashyap

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Summary

धर्मशाला, देहरा 15 जनवरी : शहीद सुरजीत सिंह डढवाल की जयंती के उपलक्ष्य पर राजकीय माध्यमिक पाठशाला लोअर सुनेहत कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें  विद्यालय के बच्चों ने देश भक्ति के गीत व कविताएं प्रस्तुत कर शहीद सुरजीत को नमन किया इस अवसर शहीद की माता ईश्वरी देवी व पिता हुकम ...

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धर्मशाला, देहरा 15 जनवरी : शहीद सुरजीत सिंह डढवाल की जयंती के उपलक्ष्य पर राजकीय माध्यमिक पाठशाला लोअर सुनेहत कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें  विद्यालय के बच्चों ने देश भक्ति के गीत व कविताएं प्रस्तुत कर शहीद सुरजीत को नमन किया इस अवसर शहीद की माता ईश्वरी देवी व पिता हुकम सिंह मान चंद, भूपेंद्र सिंह जगदीप डढवाल रविंद्र डडवाल रंजोध डढवाल आशा देवी नीलम डढवाल संजीव डढवाल व रोहित सुरेंद्र व गांव के सभी भूतपूर्व सैनिक एवम विद्यालय का स्टाफ उपस्थित रहा।

इस अवसर पर रविंद डढवाल ने बताया कि  ग्रेनेडियर सुरजीत सिंह का जन्म 15 जनवरी 1977 को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के लॉअर सुन्हेत के चुधरेहड़ गांव में हुकमसिंह डढवाल एवं ईश्वरी देवी के परिवार में हुआ था। 28 अक्टूबर 1996 को जबलपुर से वह भारतीय सेना की ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट में ग्रेनेडियर के पद पर भर्ती हुए थे। प्रारंभिक प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 16 ग्रेनेडियर्स बटालियन में नियुक्त किया गया था। प्रशिक्षण पूरा होने के 9 माह पश्चात ही उन्हें कारगिल के द्रास सेक्टर में तैनात किया गया।

ऑपरेशन विजय में 24 जुलाई 1999 को, 16 ग्रेनेडियर्स बटालियन को नियंत्रण रेखा के समीप पॉइंट 5363 पर कब्जा करने का कार्य सौंपा गया। चढ़ाई आरंभ करते ही शत्रु पोस्ट छोड़कर भाग गए। 25 जुलाई 1999 की प्रातः लगभग 250 की संख्या में पाकिस्तानी सैनिकों और कमांडो ने प्रचंड पलटवार किया। उस भीषण लड़ाई में, अदम्य साहस, दृढ़ निश्चय एवं वीरता से लड़ते हुए ग्रेनेडियर सुरजीत सिंह के सिर पर शत्रु तोपखाने का गोला गिरा और वह वीरगति को प्राप्त हुए।