डेस्क: उत्तरी छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य सरगुजा संभाग में आदिवासी समाज के वोटरों को साधने के लिए , इन दिनों प्रदेश के दोनो प्रमुख दल के नेता जमकर पसीना बहा रहे है। कांग्रेस जहां आज विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर संभाग की सीतापुर विधानसभा में आदिवासी सम्मेलन करके,आदिवासियों के बीच अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। वहीं भाजपा से पूर्व सांसद कमलभान सिंह ने छत्तीसगढ़ सरकार को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा हैं कि उनके दिखाने के दांत और खाने के दांत अलग अलग है।
दरअसल, विश्व आदिवासी दिवस पर कांग्रेस सरगुजा जिले के सीतापुर में विशाल आदिवासी सम्मेलन करने की तैयारी में है। इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा, उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव सहित कांग्रेस के कई विधायक शामिल होंगे।
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि इस सम्मेलन के बाद सरगुजा संभाग के 14 के 14 विधानसभा सीट कांग्रेस के पाले में आएगा। गौरतलब है कि चुनाव में महज कुछ महीने बचे हैं और दोनों राजनीतिक पार्टियां आदिवासियों को रिझाने का प्रयास कर रही हैं। हालांकि पूर्व सांसद कमलभान सिंह मरावी ने विश्व आदिवासी दिवस पर कांग्रेस के आयोजित कार्यक्रम को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के दिखाने के दांत और खाने के दांत अलग हैं।
सरगुजा संभाग में 14 विधानसभा सीट है और इन सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। भाजपा सरगुजा में जमीन तलाश रही है तो कांग्रेस पुराने इतिहास को दोहराने के लिए हर संभव प्रयास में लगी है। सरगुजा संभाग में देखा जाए तो जनजातियों में गोड़, उराव,कवर जाति के लोग संभाग में प्रभावशील है। ऐसे में कांग्रेस आदिवासी सम्मेलन करके आदिवासियों को अपने पक्ष में कितना कर पाएगी यह तो चुनाव परिणाम बतलाएगा।